अंबिकापुर 06 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि डीजीसीए के निरीक्षण के तुरंत बाद अंबिकापुर से विमान सेवा शुरू करने लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे।
श्री बघेल ने आज यहां के महामाया एयरपोर्ट का निरीक्षण करने के बाद यह टिप्पणी की।उन्होने कहा कि आज यह एयरपोर्ट बड़े विमानों को उतारने के लिए भी तैयार हो गया है। 48 करोड़ रुपये की लागत से बनी अट्ठारह सौ मीटर एयर स्ट्रिप से यह संभव हो गया है। यह पूरा क्षेत्र 374 एकड़ में है और भविष्य में अधिक संख्या में बड़े विमानों के उतारने के लिए हमने एयरपोर्ट के अधिक विकास के लिए भी कार्य योजना बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है।
उन्होने कहा कि तीन दिनों बाद डीजीसीए की टीम यहां निरीक्षण के लिए आने वाली है। इसके तुरंत बाद हम लाइसेंस के लिए आवेदन लगा देंगे। लाइसेंस के आवेदन लगाने के बाद सामान्यतः 25 दिनों में लाइसेंस जारी हो जाता है। हम अंबिकापुर से दिल्ली बनारस और रायपुर की फ्लाइट शुरू करने का सुझाव विमानन मंत्रालय को देंगे। सुझाव के स्वीकृत हो जाने से इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास की बड़ी संभावनाएं बनेंगी। तीन दिन बनारस की फ्लाइट और तीन दिन दिल्ली की फ्लाइट आरंभ होने से सरगुजा की सुंदरता विमानन रूट के माध्यम से भी उपलब्ध हो जाएगी और लोग सहजता से सरगुजा पहुंच पाएंगे।
श्री बघेल ने कहा कि सरगुजा की खूबसूरती विलक्षण है और विमानन सुविधा उपलब्ध होने से पूरे देश के पर्यटक यहां के जंगल और पहाड़ियां की प्राकृतिक सुंदरता निहार सकेंगे। वे मैनपाट देख सकेंगे और सरगुजा में रामगढ़ की पहाड़ियां देख सकेंगे। इसके साथ ही तातापानी के गर्म जल के स्रोत भी देख सकेंगे। इस तरह से सरगुजा पर्यटन नक्शे में तेजी से प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित होगा।श्री बघेल के साथ स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद थे।