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अमृत भारत स्टेशन स्कीम में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 49 स्टेशन शामिल

रायपुर 24 मई। रेल मंत्रालय द्वारा स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए तैयार “अमृत भारत स्टेशन” योजना में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 49 स्टेशन शामिल हैं।

    दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि इस योजना में बिलासपुर, रायगढ़, बाराद्वार, चाम्पा, नैला, अकलतरा, कोरबा, उसलापुर, पेंड्रारोड, बैकुंठपुर रोड, अंबिकापुर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, ब्रजराजनगर, बेलपहाड़, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, दुर्ग, भिलाई पावर हाउस, भिलाई, बालोद, दल्ली राजहरा, भानुप्रतापपुर, सरोना, मरोदा, मंदिर हसौद, उरकुरा, भिलाई नगर, बिल्हा, निपानिया, भाटापारा, हथबंद, तिल्दा नेवरा, रायपुर, बालाघाट, चंडाफोर्ट, छिंदवाड़ा, गोंदिया ,राजनांदगांव, डोंगरगढ़, भंडारा रोड, नैनपुर, इतवारी, कामठी, मांडलाफ़ोर्ट, सिवनी, तुमसर रोड, वडसा, आमगाँव आदि स्टेशन शामिल हैं।इन स्टेशनों में छत्तीसगढ़ के 30,मध्य प्रदेश के 9, महाराष्ट्र के 8 और ओड़िशा के दो स्टेशन शामिल हैं।

    यह योजना स्टेशन की आवश्यकताओं के अनुसार दीर्घकालिक मास्टर प्लान तैयार करने और मास्टर प्लान के तत्वों के कार्यान्वयन पर आधारित है।इसके अंतर्गत दीर्घकालिक दृष्टिकोण से लगातार स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गई है।इसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं से इतर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान तैयार करना है। इसे लक्ष्य के साथ चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।स्टेशन पर नई सुविधाओं की शुरुआत के साथ ही पुरानी सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा।

     अमृत भारत स्टेशन” योजना के तहत दक्षिण पूर्व मध्य  रेलवे उन सभी महत्वपूर्ण यात्री केन्द्रित पहलुओं को बेहतर बनाने की कोशिश करेगी।इसमें मुख्य रूप से स्टेशनों तक पहुंचने में सुधार, मुफ्त वाई-फाई ,वेटिंग रूम और शौचालयों जैसे जगहों को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जायेगा साथ ही स्टेशनों पर यात्रियों के लिए बेहतर सूचना प्रणाली, जैसी व्यवस्था भी इस मास्टर प्लान में शामिल है।इसके अलावा स्टेशन के पास अवांछित संरचनाओं को हटाकर सड़कों को चौड़ा किया जायगा।मानकीकृत साइनेज, पैदल मार्ग और सुनियोजित पार्किंग क्षेत्र की व्यवस्था की जायगी। इस योजना में महिलाओं और दिव्यांगों का भी ध्यान रखा गया है।सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए पर्याप्त संख्या में शौचालय बनाएं जाएंगे।