भले ही पीएम मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया हो। लेकिन उस पर सियासत औक तेज हो गई है। आरजेडी के उस ट्वीट पर बीजेपी भड़की हुई है। जिसमें राजद ने नए संसद की तुलना एक ताबूत से की है। जिसके बाद बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे ज्यादा लोकतंत्र का क्या अपमान होगा। ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि नई संसद जनता के पैसों के बनी है। और अब नए भवन में ही संसद चलेगी। तो क्या अब आरजेडी हमेशा इसका बहिष्का करेगी। क्या आरजेडी के सांसद लोकसभा और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे।
लोकतंत्र का इससे ज्यादा क्या होगा अपमान
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि एक राजनीतिक दल इतनी घटिया मानसिकता पर उतर आया है कि एक शुभ दिन, जो देश के लिए गौरव का दिन हो। उसी दिन नई संसद की तुलना एक ताबूत से की गई है। जिसमें डेडबॉडी को रखा जाता है। ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि पुराना भवन 90 साल का हो गया है। और नया भवन बना है तो इसका विरोध क्यों किया जा रहा है? बीजेपी और नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन का विरोध किया जा रहा है। जिसकी आवश्यकता तुरंत देश को पड़ने वाली है।
आरजेडी ने दी ट्वीट पर सफाई
वहीं बीजेपी नेता संजय जासयवाल ने कहा कि यह निंदनीय है। आपको बता दें आज ही नई संसद का पीएम मोदी ने उद्घाटन किया है। और थोड़ी ही देर बाद आरजेडी ने ट्वीट कर सियासी बयानबाजी को और धार दे दी है। हालांकि राजद का कहना है कि बीजेपी इस तस्वीर का गलत अर्थ निकाल रहे हैं। ताबूत की तुलना नई संसद से नहीं की गई। बल्कि आज जिस तरह इतिहास को दफ्न किया जा रहा है। उसका सांकेतिक रूप दिखाया गया है। लोकतंत्र के मंदिर का भगवाकरण हो रहा है। ये लोकतंत्र का अपमान है। विपक्ष की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है।