नई दिल्ली 28 मई।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नवनिर्मित संसद भवन राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने संसद भवन में पुजारियों अर्थात अधीनम के साथ प्रवेश किया और हवन किया।
श्री मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ मिलकर सेंगोल को स्थापित किया और पट्टिका का अनावरण कर संसद भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद श्री मोदी ने नये संसद भवन के निर्माण में शामिल लोगों को सम्मानित किया। प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ने सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भी हिस्सा लिया। इसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, डॉक्टर जितेन्द्र सिंह, राजनाथ सिंह, अश्विनी वैष्णव, अनुराग सिंह ठाकुर, डॉक्टर मनसुख मांडविया, प्रह्लाद जोशी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस भवन की आधारशिला 10 दिसम्बर 2020 को रखी थी।नया संसद भवन 65 हजार वर्ग मीटर में बना है। तिकोने आकार के कारण इसमें स्थान का अधिकतम उपयोग हुआ है। लोकसभा कक्ष में 888 सीटें हैं और इसकी विषय-वस्तु राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है। राज्यसभा कक्ष में तीन सौ 84 सीटें हैं और यह राष्ट्रीय पुष्प कमल की थीम पर आधारित है।
नए संसद भवन से अपने पहले संबोधन में श्री मोदी ने नई संसद को नई नियति के साथ एक नया प्रयास कहा। उन्होंने कहा कि जब भारत आगे बढ़ता है, तो दुनिया आगे बढ़ती है। उन्होंने टिप्पणी की कि संसद का नया भवन भारत के विकास के साथ-साथ विश्व के विकास का आह्वान करेगा।उन्होने कहा कि यह सिर्फ एक इमारत नहीं है। यह आत्मनिर्भर भारत और 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है।