नई दिल्ली 15 अगस्त।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज हमारे पास सबसे अधिक कामकाजी लोगों की संख्या, लोकतंत्र तथा विविधता की त्रिवेणी है।यह भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है।
श्री मोदी ने आज लालकिले की प्राचीर पर तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब दुनिया के अन्य देशों की उम्र ढल रही है तो आज तीस साल से कम उम्र वाली सर्वाधिक जनसंख्या भारत के पास है। उन्होंने कहा कि अब हमें न रुकना है, न दुविधा में जीना है और आगे बढ़ना है। उन्होने देश को प्रगति की राह पर ले जाने के लिए देश की महिलाओं, किसानों,श्रमिकों, रेहड़ी-पटरी वालों का अभिनंदन किया। उन्होंने देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में शिक्षकों, वैज्ञानिकों, डॉक्टरों सभी पेशेवरों के योगदान की सराहना की। श्री मोदी ने कहा कि हम खोई हुई विरासत का गर्व करते हुए जो भी कदम उठाएंगे, जो भी फैसला करेंगे। वह आने वाले हजार वर्ष तक के भारत के भाग्य लिखेंगे।
उन्होने कहा कि युवा शक्ति में हमारा भरोसा है। युवाओं ने दुनिया में भारत को स्टार्टअप के मामले में तीसरा स्थान दिलाया है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी में भारत की विशेष भूमिका होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के कमाल में टीयर-2, टीयर-3 शहरों का भी योगदान है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे शहर आबादी में छोटे हो सकते हैं लेकिन वो आशा और आकांक्षा के मामले में संपन्न हैं। श्री मोदी ने कहा कि हजारों टिंकरिंग लैब वैज्ञानिक पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में अवसरों की कमी नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने नया आकार लिया, कोरोना के बाद भी अब वैश्विक व्यवस्था और भू-राजनीतिक समीकरण बदल रहा है। कोरोना के समय दुनिया ने हमारा सामर्थ्य देखा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल ने हमें सिखाया है कि मानवीय संवेदनाओं के बिना विश्व का कल्याण नहीं हो सकता।
उन्होने कहा कि राष्ट्रीय चेतना ऐसा शब्द है जो हमें चिंताओं से मुक्त कर रहा है। भारत का यही भरोसा और सामर्थ्य हमारी सबसे बडी ताकत है। श्री मोदी ने कहा कि भारत का सामर्थ्य विश्वास की नई बुलंदियों तक पहुँचेगा। उन्होंने कहा कि पिछले करीब एक साल में जी-20 के कार्यक्रमों ने विश्व को भारत की विविधता से अवगत कराया है। आज भारत का निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया भर की रेटिंग एजेंसी भारत के इस महत्व को समझ रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार जनता की पाई-पाई देश की भलाई के लिए लगा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे हर निर्णय तथा हर दिशा में राष्ट्र प्रथम है। उन्होंने कहा कि देश में बड़े स्तर पर काम हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 और 2019 में लोगों ने हमारी सरकार बनाई, जिससे हम में सुधार की हिम्मत आई। उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने सुधार लागू करने की जिम्मेदारी निभाई। इससे देश का कायाकल्प होता दिख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बन रहा है। उन्होंने कहा कि आज जो भारत ने कमाया है वो दुनिया में स्थिरता की गारंटी है।
श्री मोदी ने कहा कि आज गेंद हमारे पाले में है और हमें इस अवसर को नहीं खोना है। उन्होंने कहा कि देशवासियों ने सिखाया है कि हमें स्थिर सरकार चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, तो देशवासियों का सामर्थ्य भी बढ़ता है। उन्होंने तिरंगे की साक्षी में देशवासियों को सरकार की उपलब्धियों का हिसाब दिया। उन्होंने कहा कि दस साल पहले केन्द्र सरकार की ओर से राज्यों के लिए दस लाख करोड़ रुपये जाते थे। पिछले नौ साल में यह राशि बढ़कर सौ लाख करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि पहले गरीबों के घर बनाने में 90 हजार करोड़ रुपये दिए गए, अब यह राशि चार गुना बढ़कर चार लाख करोड़ से अधिक हो गई है।
उन्होने कहा कि हमारी सोच देश की उस ताकत को बढाने वाली है जो आने वाले हजार वर्ष की दिशा तय करेगी। श्री मोदी ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय पर्यावरण संरक्षण और घर-घर जल पहुंचाने के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अलग आयुष मंत्रालय इसलिए बनाया गया ताकि सबको स्वस्थ बनाया जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि अलग सहकारिता मंत्रालय सबको राष्ट्र की समृद्धि के सफर में शामिल करने के लिए बनाया गया है। श्री मोदी ने कहा कि सभी देशवासियों के प्रयास से भारत आज विश्व की पॉंचवी अर्थव्यव्स्था बन गया है।