रायपुर 28 अगस्त।छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण एवं सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से आज पुलिस मुख्यालय में पड़ोसीराज्यों के आला अफसरों के साथ हुई बैठक में नक्सल विरोधी अभियानों एवं कानून-व्यवस्था संबंधी आपसी समन्वय एवं रणनीति तैयार करने हेतु विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में पुलिस महानिदेशक ओड़िशा सुनील कुमार बंसल, छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा एवं पुलिस महानिदेशक झारखण्ड अजय कुमार सिंह के अलावा केन्द्रीय एजेंसियों, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों क्रमशः सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी एवं छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा बालाघाट जोन, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्य अंतर्गत बस्तर, राजनांदगांव, रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शामिल हुए।
इन पड़ोसी राज्यों से लगे छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिरीक्षक रेंज बिलासपुर एवं सरगुजा, बैठक में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से शामिल हुए।बैठक में जानकारी दी गई कि पूर्व में गत 25 जुलाई को हैदराबाद, तेलंगाना में सीमावर्ती राज्य, आंधप्रदेश, तेलंगाना एवं महाराष्ट्र, 19 अगस्त 23 को इंदौर में सीमावर्ती राज्य महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं उत्तप्रदेश के साथ अन्तर्राज्यीय समन्वय बैठक सम्पन्न हुई है।
बैठक में बेहतर अन्तर्राज्यीय समन्वय हेतु भविष्य में रेंज, जिला, अनुविभाग एवं थाना स्तर पर समन्वय बैठकों के आयोजन का निर्णय लिया गया।बैठक में मुख्य रूप से माओवादी परिदृश्य एवं चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने हेतु माओवादी रणनीति की समीक्षा की गई तथा सुरक्षा बलों की काउण्टर रणनीति पर चर्चा की गई। अन्तर्राज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादियों के विरूद्ध संयुक्त कार्यवाही, माओवादियों के सप्लाई नेटवर्क को अवरूद्ध करने हेतु कार्यवाही, सीमावर्ती सुरक्षा विहीन क्षेत्रों में नवीन फारवर्ड कैम्पों की स्थापना एवं अन्तर्राज्यीय संयुक्त अभियानों के संचालन, सीमावर्ती थाना/कैम्पों के मध्य आपसी समन्वय पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में माओवादियों के क्रासिंग पाईन्ट एवं उनके सीमा पार मूव्हमेन्ट को रोकने हेतु कार्यवाही, माओवादी अग्र संगठनों एवं सहयोगियों की पहचान एवं विधिसम्मत कार्यवाही, चुनाव के दौरान अन्तर्राज्यीय सीमा पर स्थायी एवं मोबाईल चेकपोस्ट लगाने, चुनाव के दौरान माओवादी घटनाओं एवं मादक पदार्थो के अवैध परिवहन की रोकथाम हेतु योजना एवं क्रियान्वयन सहित चुनाव सुचारू रूप से सम्पन्न कराने हेतु अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।