नई दिल्ली 20 सितम्बर।गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के साथ महिलाओं के नेतृत्व में विकास की शुरूआत होगी।
श्री शाह ने विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि इस विधेयक से नीति-निर्माण में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी। श्री शाह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण कई दलों के लिए राजनीतिक मुद्दा हो सकता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि उसकी कार्य संस्कृति है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस सरकार के गठन के बाद से महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया गया है। जन धन खाते का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत खाताधारक महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में 11 करोड 72 लाख शौचालय बनाये गये हैं जो महिलाओं के सशक्तिकरण को दिखाता है। श्री शाह ने कहा कि महिलाओं के लिए तीन करोड मकान बनाये गये और 12 करोड घरों को नल से जल की सुविधा से जोड़ा गया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अन्तर्गत तीन करोड महिलाएं लाभान्वित हुई हैं।
इससे पहले विधेयक पेश करते हुए केन्द्रीय विधि और न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के लिए समानता के अवसर बढेंगे। श्री मेघवाल ने कहा कि सरकार ने देश में सामाजिक और आर्थिक असमानताएं दूर करने के लिए अनेक उपाय किये हैं।