रायपुर 15 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा सत्र को समय पूर्व आज सत्रावसान किए जाने को अलोकतांत्रिक, असंसदीय,अव्यवहारिक, अन्यायपूर्ण करार देते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास ही लोकत्रांतिक मूल्यों का हनन करने एवं सदन में चर्चा से भागने का रहा है।
श्री अग्रवाल ने यहां जारी बयान में कहा कि भूपेश सरकार चर्चा से घबराती है और किसी भी मामले में सौहार्दपूर्ण चर्चा करना ही नही चाहती हैं।उन्हें यही डर रहता है कि उनकी मनमानी, काली करतूतों एवं भ्रष्टाचार की परते उखड़ जाएगी।अभी भी छोटा शीतकालीन सत्र का आयोजन कर सरकार चर्चा से बचना चाहती थी, और हद तो तब हो गई जब आज एक अतिरिक्त कार्यसूची जारी कर बिना विपक्ष से चर्चा किए अचानक सदन का सत्रावसान करा दिया गया।
उन्होने कहा कि विपक्ष के साथ बिना चर्चा, विपक्ष की बिना सहमति लिए इस प्रकार का सरकार का कृत्य किया जाना कहीं से भी उचित नहीं है।प्रदेश सरकार का यह कृत निन्दनीय ही नही बल्कि प्रदेश के ढाई करोड़ जनता के आवाज दबाने वाला व लोकतंत्र का गला घोटने वाला कृत्य है।