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योगासनों का प्रयोग करके घुटनों के दर्द से पाए छुटकारा

वैसे तो उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों और घुटनों का दर्द होने लगता है। लेकिन सर्दियों में घुटने और जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। इसका एक कारण शारीरिक तौर पर सक्रिय न होना है। इसके अलावा अधिक तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन भी सर्दी में घुटने की दर्द की शिकायत बढ़ा देता है। दर्द से राहत पाने के लिए मांसपेशियों में मजबूती लानी चाहिए। इसके लिए योगासन का अभ्यास असरदार है। योग करने से पैरों का रक्त संचार बेहतर होता है और घुटनों के दर्द से राहत मिलती है। रोजाना योग करें ताकि घुटने मजबूत हों और पैरों में होने वाले असंतुलन को कम किया जा सके। यहां घुटनों और जोड़ो के दर्द से निजात पाने के लिए कुछ योगासन बताएं जा रहे हैं, जिनका नियमित अभ्यास पैर, टखने, जांघ और घुटनों को मजबूत बनेगा

Today Yoga Tips Yoga Asanas for Knee Pain Relief Know Poses Exercise Details in Hindi

त्रिकोणासन

इस योगासन के अभ्यास से मांसपेशियों का दर्द कम होता है। त्रिकोणासन करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं। अब पैरों के बीच करीब दो फीट की दूरी रखें और लंबी गहरी सांस लेते हुए शरीर को दाईं ओर झुकाएं। फिर बाएं हाथ को ऊपर की ओर ले जाएं। अपनी नजरें भी बाएं हाथ की उंगलियों पर टिकाएं। कुछ देर इस मुद्रा में रहे और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। अब दूसरी ओर से ये प्रक्रिया अपनाएं।

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मलासन
मलासन का अभ्यास करने के लिए सीधे खड़े होकर दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें। अब हाथों को प्रार्थना की मुद्रा में ले आएं और धीरे से नीचे बैठें। सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। दोनों कोहनियों को जांघों के बीच 90 डिग्री के एंगल में ले जाएं और सामान्य तरीके से सांस लें। फिर सामान्य अवस्था में सीधे खड़े हो जाएं।

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पर्श्वोत्तनासन

इस योग को पिरामिड पोज कहा जाता है। पर्श्वोत्तनासन का अभ्यास करने के लिए दाहिने पैर को आगे बढ़ाकर 45 डिग्री एंगल बना ले। अब आगे की ओर झुकते हुए हाथो को नीचे जमीन पर सटा लें। घुटनों को मोड़े नहीं। इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाएं।

नोट: यह लेख योगगुरु के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।