इस वर्ष 25 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में अभी तक ध्यान गुफा में 52 श्रद्धालु साधना कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्ष 2019 में ध्यान गुफा में साधना कर चुके हैं। तब से इस गुफा को मोदी गुफा के नाम से भी जाना जाता है।
केदारनाथ स्थित ध्यान गुफा को लेकर बाबा केदार के भक्तों में खासा उत्साह बना हुआ है। इस वर्ष अभी तक 52 श्रद्धालु यहां साधना कर चुके हैं। इस दौरान गढ़वाल मंडल विकास निगम को 1.74 लाख रुपये से अधिक की आमदनी हो चुकी है। ध्यान गुफा के लिए आगामी दिनों की बुकिंग मिल रही हैं।
भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ में वर्ष 2018 में मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ ध्यान गुफा का निर्माण किया गया था। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा आठ लाख की लागत से बनाई इस गुफा के बनने के साथ ही यात्राकाल में बाबा के भक्तों में यहां रात्रि प्रवास व साधना को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला है।
वर्ष 2019 में ध्यान गुफा में 103 और 2020 में 36 श्रद्धालुओं ने साधना की थी, लेकिन कोरोना के चलते 2021 में गुफा का संचालन नहीं हो पाया, जबकि 2022 में पूरे यात्राकाल में 64 शिव भक्तों ने यहां साधना की, जबकि इस वर्ष 25 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में अभी तक ध्यान गुफा में 52 श्रद्धालु साधना कर चुके हैं।
15 नवंबर को बंद होंगे केदारनाथ के कपाट
गुफा में प्रवास का शुल्क 3,360 रुपये है। गढ़वाल मंडल विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सुदर्शन सिंह खत्री ने बताया, ध्यान गुफा को लेकर प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं का उत्साह बना हुआ है। आगामी 15 नवंबर को केदारनाथ के कपाट बंद होने से पूर्व की तिथियों के लिए कुछ बुकिंग मिली हैं।
ध्यान गुफा में पीएम मोदी कर चुके 17 घंटे साधना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्ष 2019 में ध्यान गुफा में साधना कर चुके हैं। तब से इस गुफा को मोदी गुफा के नाम से भी जाना जाता है। मोदी 18 मई 2019 को केदारनाथ पहुंचे थे और अपराह्न तीन बजे से 19 मई सुबह 9 बजे तक ध्यान गुफा में रहे थे। इसके बाद से ध्यान गुफा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है।