रायपुर 11 नवम्बर।छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एवं रायपुर दक्षिण से भाजपा के उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल ने दो दिन पूर्व उन पर चुनाव प्रचार के दौरान हुए हमले की घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा उनके खिलाफ की गई टिप्पणियों की चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए श्री बघेल के भाषणों और बयानों पर 17 नवम्बर तक रोक लगाने की मांग की है।
श्री अग्रवाल ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग में शिकायत के साथ ही उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर करेंगे।उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने सात बार के विधायक और मध्यप्रदेश सहित चार बार मंत्री रहने वाले साथी के खिलाफ जो प्रतिक्रिया दी,वह उससे बहुत आहत और दुखी है।उनके शब्द बेहद आपत्तिजनक है।वह मुख्यमंत्री की कृपा से न तो विधायक हैं और न ही मंत्री बने।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिन शब्दों का उनके खिलाफ इस्तेमाल किया उनका किसी भी जनप्रतिनिधि के खिलाफ नही करना चाहिए।उन्होने श्री बघेल पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी क्या मजबूरी है कि छत्तीसगढ़ को लूटने वालों को अपने साथ रखे हुए है।उन्होने कहा कि इतने वर्ष से वह जनप्रतिनिधि है उन पर कोई भेदभाव और जातिवाद का आरोप नही लगा सकता।
उन्होने कहा कि चुनाव भी ठेके पर दिए जाते है,यह पहली बार वह देख रहे है।रायपुर दक्षिण की सीट को जहां ठेके पर महापौर एवं उनके आपराधिक छवि के भाईयों को दिया गया है,इसके साथ ही आम्बिकापुर सीट की भी ठेके पर दिए जाने की जानकारी मिली है।उन्होने रायपुर दक्षिण में लगातार उनके कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है,और उनके साथ मारपीट हो रही है।अब तक वह 12 मामले दर्ज करवा चुके है लेकिन किसी में पुलिस ने कार्रवाई नही की।
श्री अग्रवाल ने कहा कि उनके ऊपर हुए हमले में भी अगर उन्होने कोतवाली के सामने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धरना नही दिया होता तो उसमें भी कार्रवाई नही होती।उन्होने कहा कि पुलिस ने अभी तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है,जबकि शेष की गिरफ्तारी नही हुई है,हालांकि इससे ही मुख्यमंत्री के घटना प्रायोजित होने के आरोप बेबुनियाद साबित हो गए है।जिस व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वह पहले ही हत्या के प्रयास की धारा 307 का आरोपी रह चुका है।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री में घमंड और गुरूर आ गया है.वह उन्हे चुनौती देते है कि जहां से भी वह चाहे चुनवा लड़ ले वह उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और उन्हे हराकर दिखा देंगे।सीट वह तय कर ले।वह ताल ठोकर रहे है,वह भी ठोके।वैसे उनकी पाटन सीट स्वयं ही संकट में है।उन्होने पुलिस एवं मुख्यमंत्री को यह भी चुनौती दी अगर अब उनके कार्यकर्तोओं को बुलाया गया और धमकाया गया तो वह इन गुर्गों को घरों से निकाल कर ठीक कर देंगे।