रायपुर 19 अप्रैल।छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास सचिव डॉ. एम. गीता ने हडताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से काम पर वापस लौटेंने की अपील करते हुए कहा कि वह काम पर लौंटकर अपनी समस्याओं का चर्चा के माध्यम से हल करवाएं।
डा.गीता ने आज हड़ताल पर नही जाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान यह अपील की।उन्होने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि राज्य शासन को उनसे पूरी सहानुभूति है और उनकी समस्याओं और मांगों पर शासन विचार करेगा। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय वृद्धि के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने हमेशा संवेदनशीलता से विचार किया है जिसके परिणामस्वरुप समय समय पर मानदेय में वृद्धि भी हुई है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष राज्य शासन ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढाकर 5000 रुपए और सहायिकाओं का मानदेय बढाकर 2500 रुपए किया है। पूर्व में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय 4000 रुपए और सहायिकाओं का मानदेय 2000 रुपए था। इसी प्रकार मिनी आंगनवाडी की कार्यकर्ता का मानदेय बढ़ाकर 3250 रुपए किया गया है जो पहले 2750 रुपए था।