देश के विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता में जहां नए खिलाड़ी अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश करेंगे, वहीं कुछ पुराने खिलाड़ी अपनी खोई प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए ताकत झोकेंगे। भारत की टेस्ट टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग में खिलाड़ी लगभग तय हैं, ऐसे में देश की प्रमुख क्रिकेट प्रतियोगिता में कोई असाधारण प्रदर्शन ही चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित कर पाएगा।
इंग्लैंड के खिलाफ इस महीने के आखिर में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैच की सीरीज के लिए भारतीय टीम में बहुत अधिक बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी सीमित ओवरों के क्रिकेट में ही व्यस्त रहेंगे, जिसमें आईपीएल और जून में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप भी शामिल है। रणजी ट्रॉफी में सभी की निगाह अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर टिकी रहेगी जो अभी भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं।
ये खिलाड़ी पेश करेंगे दावेदारी
यह दोनों खिलाड़ी बड़े स्कोर बनाकर अपनी दावेदारी बरकरार रखने की कोशिश करेंगे। रहाणे 41 बार के चैंपियन मुंबई की अगुआई भी करेंगे। इसी तरह से पिछले सत्र में सर्वाधिक 990 रन बनाने वाले कर्नाटक के मयंक अग्रवाल भी बड़ी पारियां खेल कर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए अपना दावा मजबूत करने की कोशिश करेंगे। अभी रोहित शर्मा के साथ युवा यशस्वी जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से पारी की शुरुआत कर रहे हैं। टीम में सलामी बल्लेबाज के दावेदारों में अग्रवाल के अलावा अभिमन्यु ईश्वरन भी शामिल हैं जो ऋतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के कारण अभी टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में है। इस तरह से ईश्वरन रणजी ट्रॉफी के पहले दौर के मैच में नहीं खेल पाएंगे।
रणजी ट्रॉफी की टीमों के ग्रुपः-
एलीट ग्रुप-ए: सौराष्ट्र, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, विदर्भ, हरियाणा, सर्विसेज, मणिपुर।
एलीट ग्रुप-बी: बंगाल, आंध्र, मुंबई, केरल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, बिहार।
एलीट ग्रुप-सी: कर्नाटक, पंजाब, रेलवे, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात, त्रिपुरा, चंडीगढ़।
एलीट ग्रुप-डी: मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बड़ौदा, दिल्ली, ओडिशा, पुड्डुचेरी, जम्मू और कश्मीर।
प्लेट ग्रुप: नगालैंड, हैदराबाद, मेघालय, सिक्किम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश।