फरवरी के तीसरे या चौथे हफ्ते में समारोह की संभावना है। चुनाव से ठीक पहले रामनगरी में समारोह आयोजित कर एक तरफ दुनिया भर के निवेशकों की राममंदिर के दर्शन की इच्छा पूरी होगी तो दूसरी तरफ प्रदेश के औद्योगिक विकास की तस्वीर भी सामने आएगी।
अयोध्या की ग्लोबल ब्रांडिंग के लिए भूमि पूजन समारोह रामनगरी में कराया जा सकता है। फरवरी के तीसरे या चौथे हफ्ते में समारोह की संभावना है। चुनाव से ठीक पहले रामनगरी में समारोह आयोजित कर एक तरफ दुनिया भर के निवेशकों की राममंदिर के दर्शन की इच्छा पूरी होगी तो दूसरी तरफ प्रदेश के औद्योगिक विकास की तस्वीर भी सामने आएगी।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के भव्य समारोह के बाद सरकार की अगली तैयारी भूमि पूजन समारोह की है। भूमि पूजन समारोह में कम से कम दस लाख करोड़ के एमओयू धरातल पर आएंगे। हालांकि अभी तक तारीख तय नहीं की गई है लेकिन सभी विभागों को लक्ष्य देने के साथ नियमित रिपोर्ट भी मांगी जा रही है। लेकिन माना जा रहा है कि फरवरी के तीसरे या चौथे हफ्ते में इसे कराया जा सकता है क्योंकि इसके बाद लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाएगी।
भूमि पूजन समारोह को भव्य और यादगार बनाने के लिए कई स्थलों का चयन किया गया है लेकिन औद्योगिक विकास विभाग के सूत्रों के मुताबिक अयोध्या सबसे पसंदीदा गंतव्य बनकर उभरा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पिछले सितंबर को इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड शो हो चुका है। लखनऊ में वैश्विक निवेशक सम्मेलन हो चुका है। नए स्थलों में अयोध्या को भी रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक अयोध्या में भूमि पूजन समारोह के जरिए रामनगरी की ग्लोबल ब्रांडिंग होगी। तीर्थ स्थली में औद्योगिक संभावनाओं की शुरुआत होगी। अयोध्या को सजाने संवारने में की गई मेहनत से संदेश जाएगा कि सरकार हर स्तर पर विकास के लिए पूरी तरह से तत्पर है। साथ ही देश-विदेश के उद्यमियों की रामलला के दर्शन का अनुरोध में पूरा होगा।
अयोध्या में श्रद्धालुओं की सेवा में जुटेंगे प्रदेशभर के डॉक्टर
अयोध्या में श्रद्धालुओं की सेवा में प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों के रेजीडेंट डॉक्टर और संकाय सदस्य लगेंगे। ये मरीजों को परामर्श के साथ ही मुफ्त में दवाएं भी उपलब्ध कराएंगे। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन (एनएमओ) ने अलग- अलग टीमें गति कर दी है। एनएमओ की ओर से अयोध्या में करीब 13 स्थानों पर स्वास्थ्य सेवा शिविर लगाए जाएंगे। हर शिविर में पांच से 10 विशेषज्ञ डॉक्टर रहेंगे। खास बात यह है कि इस शिविर में विभिन्न मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टरों के साथ ही संकाय सदस्य भी हिस्सा लेंगे। वे श्रद्धालुओं का उपचार करेंगे। शिविर में मरीजों को दवा का भी इंतजाम किया गया है। व्यवस्था की निगरानी के लिए केजीएमयू के प्रोफेसर विजय कुमार, डा. राजकुमार गुप्ता, डा. सचिन राहू, डा.अलका रानी, डा. सृष्टि श्रीवास्तव, डा. अभिषेक पांडेय, डा. कपिल देव, डा. राम विनय यादव डा. संगीता पटेल, डा. कृष्ण कुमारी शर्मा, डा. अनमोल झांझरिया, डा. आदर्श दीक्षित, डा. शुभम उपाध्याय आदि को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बनेंगे दो अस्थाई अस्पताल, लगेंगी 109 एंबुलेंस
अयोध्या के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी पुख्ता तैयारी की जा रही है। यहां 20-20 बेड के दो अस्थाई अस्पताल बनाए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढा दी जाएगी। ये अस्पताल सभी तरह की सुविधाओं से सुसज्जित होंगे। एमआरआई सहित अन्य तरह की सुविधाएं मौजूद रहेंगी। राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में 15 की जगह 50 बेड की सुविधा की जाएगी। इसी तरह करीब 109 एंबुलेंस मौजूद रहेंगी। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने निर्देश दिया है कि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएं। दो दिन पहले उन्होंने समीक्षा कर पूरी तैयारी की जानकारी ली। निर्देश दिया कि अयोध्या में मौजूद सभी 10 आक्सीजन प्लांट को दुरुस्त रखा जाए। जिले में मौजूद दोनों ब्लड बैंक को पूरी क्षमता से क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया है। इसी तरह निजी क्षेत्र में स्थापित ब्लड बैंकों में भी हर ग्रूप का ब्लड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जिले में उपलब्ध सभी आक्सीजन कंसंट्रेटर को क्रियाशील करके चेक करके दुरुस्त रखने का निर्देश दिया है। रैन बसेरों में हीटर कुर्सी आदि का भी इंतजाम करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
हेल्प डेस्क जरूरी
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सभी अस्पतालों में हेल्प डेस्क बनाकर दो कर्मियों की तैनाती की जाए। यह व्यवस्था 24 घंटे के लिए बनाई जाए। इस दौरान यह भी सुनिवश्चित किया जाए कि गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी कार्य पहले की तरह चलते रहें।
प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी निजी दर पर सुविधा
उप मुख्मयंत्री ब्रजेश पाठक ने सीएमओ को निर्देश दिया है कि प्राइवेट अस्पतालों में मौजूद कैथलेब में आने वाले मरीजों को सरकारी दर पर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसी तरह अन्य सुविधाएं भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की ओर से निर्धारित की गई दर पर उपलब्ध कराई जाए। ताकि मरीजों को किसी तरह की समस्या न हो।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए प्रदेश भर में चलेगा सफाई अभियान
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर 22 जनवरी को होने वाले समरोह को देखते हुए अयोध्या के साथ ही प्रदेश के सभी बड़े शहरों को चमकाया जाएगा। इसके लिए नगर विकास विभाग द्वारा 10 जनवरी से एक महीने का सफाई अभियान चलाया जाएगा । हालांकि यह अभियान तो सभी नगर निकायों में चलाने को कहा गया है। लेकिन अयोध्या के अलावा धार्मिक महत्व वाले वाराणसी और प्रयागराज समेत आसपास के शहर लखनऊ, कानपुर व गोरखपुर के नगर आयुक्तों को अपने-अपने शहरों की विशेष सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं।
इस संबंध में बृहस्पतिवार को नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सभी नगर आयुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सफाई व्यवस्था की समीक्षा भी किया । उन्होंने सभी नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को अयोध्या की ओर जाने वाले रास्तों पर विशेष सफाई कराने के साथ ही अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने लखनऊ, बस्ती, गोरखपुर, अयोध्या और देवीपाटन मंडल की सभी नगर निकायों को रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और एयरपोर्ट पर नियमित तौर पर सफाई कराने को कहा है।
उन्होंने सभी प्रमुख मार्गों की सफाई के साथ ही खराब स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने और सड़कों को गड्ढामुक्त करने भी निर्देश दिए हैं। मंत्री ने अयोध्या जाने वाले मुख्य मार्गों पर बुद्धिस्ट राष्ट्रों की भाषाओं, के अलावा हिंदी, संस्कृत, मराठी, गुजराती, तेलगु, तमिल और बांग्ला समेत अन्य भाषाओं में स्थान व अयोध्या की दूरी लिखी हुई साइनेज लगाने को कहा है। साथ ही जगह-जगह स्वागत बोर्ड और नगर विकास विभाग की योजनाओं के लाभार्थियों की तस्वीरों वाली होर्डिंगें लगाने के भी निर्देश दिए हैं।
अयोध्या में तैनात होंगे लखनऊ व गोरखपुर के सफाई कर्मी
मंत्री ने अयोध्या की बेहतर सफाई के लिए लखनऊ और गोरखपुर नगर निगम के सफाई कर्मियों के साथ ही अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ के नगर आयुक्त को 22 जनवरी को लखनऊ एअरपोर्ट के अलावा शहीद पथ और अन्य स्थानों के अलावा नगर के मुख्य मार्गों पर व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। बैठक में मंत्री को बताया गया कि सफाई और निकायों से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए 10 अपर नगर आयुक्त समेत कई अधिकारियों की टीम तैनात की गई है।
अयोध्या में इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल का आयोजन कराएगी योगी सरकार
रामनगरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुसार इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल के आयोजन की भी रूपरेखा तैयार की जा रही है। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) 19 से 21 जनवरी के मध्य इसका आयोजन करा सकता है। इसमें देश-दुनिया के प्रख्यात पतंगबाजों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
एडीए ने आयोजन को लेकर एजेंसी नियुक्ति करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल फॉरमेट माध्यम से आवेदन मांगे हैं। इस निर्धारण प्रक्रिया को आठ जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा तैयार की जाएगी। इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल को दो दिनी फॉर्मेट में आयोजित किया जाएगा और 19 से 20 या 20 से 21 जनवरी के मध्य इसका आयोजन हो सकता है।
आयोजन में विशिष्ट अतिथियों को बैठाने के लिए 50 वीवीआईपी सोफा वाले लाउंज का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए 350 कुशंड चेयर्स व 350 अन्य कुर्सियों की व्यवस्था भी की जाएगी। प्रतियोगियों व आयोजन में शिरकत करने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए वॉलंटियर्स व होस्टेसेस की तैनाती की जाएगी। यहां पर फूड काउंटर पर परोसे जाने वाले खाने में भी देसी तड़के को तरजीह देते हुए मिलेट्स से बने पकवान पेश किए जाएंगे। साथ ही अवधी जायकों का भी लुत्फ उठाने का मौका लोगों को मिलेगा।