अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम के प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य कार्यक्रम पर अन्य राज्य सरकारों की तरह पंजाब सरकार ने भले ही एक दिन के अवकाश का एलान नहीं किया लेकिन पंजाब आप के नेताओं, विधायकों व मंत्रियों ने रामलला का पूरे उल्लास और श्रद्धा से स्वागत किया।
पंजाब भाजपा ने 22 जनवरी को अवकाश नहीं देने पर आप सरकार को सनातन विरोधी ठहराया लेकिन पंजाब की आप सरकार के मंत्री और विधायक रविवार शाम को ही अपने-अपने हलकों में पहुंच गए और वहां के मंदिरों व अन्य समाजसेवी संस्थाओं द्वारा रामलला के स्वागत में की गई तैयारियों का अवलोकन किया और मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी-बड़ी स्कीन लगवाए ताकि आम लोग अयोध्या से सीधा प्रसारण देख सकें। इसके साथ ही कई स्थानों पर आप नेताओं ने लंगर भी लगवाया। इस बीच राज्य के मान्यता प्राप्त स्कूलों की एसोसिएशन और कई अन्य निजी स्कूल-कॉलेजों ने अपने स्तर पर छुट्टी की।
कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारूचक ने भोआ हलके के गांव चेले चक तारागढ़ स्थित राम मंदिर, गांव बार्थ साहिब और गांव कटारूचक में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। कैबिनेट मंत्री ब्रमशंकर जिम्पा भी होशियारपुर के सेशन चौक पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह ने सूर्या मंदिर करतारपुर में माथा टेका जबकि कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने श्री आनंदपुर साहिब में ट्रक यूनियन ऑफिस नंगल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जोड़ामाजरा समाना की अग्रवाल धर्मशाला समाना से रथयात्रा में शामिल हुए। वहीं कुलदीप सिंह धालीवाल ने भी अजनाला चौक में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मंत्रियों ने इस दौरान अनेक स्थानों पर लंगर में योगदान दिया।
भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे पंजाब में सोमवार को उत्साह, हर्षोल्लास का वातावरण रहा। शहरों में जगह-जगह धार्मिक आयोजन हुए और शहरों व गांवों को आकर्षक रोशनी से सजाया गया। पूरे पंजाब में हजारों एलसीडी स्क्रीन लगाई गईं, जहां लोगों ने प्राण-प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम लाइव देखा। रात के समय पूरे पंजाब के मंदिरों व घरों में दीपक जलाने और आतिशबाजी का प्रबंध दिन में ही कर दिया गया था। इस दौरान राज्यभर में रामलला के स्वागत के लिए शोभायात्राएं और पदयात्राएं सोमवार को भी जारी रहीं।
अमृतसर के वाल्मीकि तीर्थ, दुर्ग्याणा मंदिर और शिवाला बाग भाइयां सहित सभी मंदिरों में एलसीडी स्क्रीनों पर श्रद्धालुओं को अयोध्या से लाइव प्रसारण देखने का अवसर मिला। जालंधर के श्री देवी तालाब मंदिर सहित सभी मंदिरों, लुधियाना के 500 से अधिक मंदिरों में लाइव प्रसारण देखने की व्यवस्था के साथ-साथ लंगर और रात के समय दीपमाला का प्रबंध किया गया।