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छत्तीसगढ़ को 2022 तक नक्सलवाद से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार वचनबध्द-रमन

रायपुर 22 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री को विश्वास दिलाया है कि राज्य सरकार केन्द्र के सहयोग से नक्सल हिंसा और आतंक को वर्ष 2022 तक समाप्त करने का लक्ष्य लेकर पूरी सक्रियता और सजगता से काम कर रही है।

डा.सिंह ने आज तीन दिनों की विकास यात्रा पर रवाना होने से पूर्व पत्रकारों से कहा कि प्रभावित इलाकों में जनता की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी के साथ-साथ जन-जीवन की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की दृष्टि से भी सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है। विकास यात्रा के दौरान ऐसे क्षेत्रों में करोड़ों-अरबों रूपयों के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हो रहा है और जनता को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में प्रदेश और केन्द्र के सुरक्षा बलों के परस्पर समन्वय से जो अभियान चल रहा है, उसके फलस्वरूप नक्सलियों के पांव धीरे-धीरे उखड़ने लगे हैं।  हालांकि यह एक लम्बी लड़ाई है, जिसमें काफी सावधानी और सतर्कता से काम करने की जरूरत है। उन्होंने सरगुजा का उदाहरण दिया और कहा कि सरगुजा में जनता के सहयोग और सुरक्षा बलों की मदद से हमने लड़ाई जीत ली है और वहां के लोग शांति से जी रहे हैं और विकास योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। बस्तर में भी हम लोग बहुत जल्द नक्सल समस्या को पूरी तरह समाप्त कर देंगे।

डॉ.सिंह ने कहा कि पिछले चार वर्षों में हमने नक्सल मोर्चे पर व्यापक बदलाव देखा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा जिस सूझ-बूझ के साथ रणनीति बनाकर राज्यों को मार्गदर्शन दिया जा रहा है, उससे प्रभावित राज्यों में नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में सकारात्मक नतीजे मिलने लगे हैं। डॉ.सिंह ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री ने कई मोर्चों पर छत्तीसगढ़ की मदद की है, जिनमें चार नई बस्तरिया बटालियनों की स्वीकृति, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक नई बस्तरिया बटालियन, सहायक आरक्षकों को किए गए भुगतान की प्रतिपूर्ति के लिए अनुदान और पूर्व के 75 थानों के अलावा 50 नये फोर्टीफाइड थाने आदि शामिल हैं।