रायपुर 09 फरवरी।छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत ने राज्य की साय सरकार के आज पेश बजट को छलावा और लोगो को गुमराह करने वाला करार देते हुए कहा कि इसमें लच्छेदार शब्दों का जाल फैलाकर विकास का सपना दिखाया गया है।
डा.महंत ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर राजनीति में आए वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी से यह उम्मीद थी कि वह ऐसा बजट पेश करेंगे कि वह प्रदेश को एक नई दिशा देकर विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा, परन्तु बजट से अत्यधिक निराशा हुई है। उनके द्वारा लच्छेदार शब्दों का जाल फैलाकर जिन 10 स्तम्भों के जरिए प्रदेश का विकास कर नेक सपना दिखाया गया है, उसमें नया कुछ भी नहीं है, यह सब नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है। मुख्यमंत्री श्री साय आदिवासी वर्ग से आते है मगर बजट मे बस्तर के आम आदिवासियों के लिए कुछ भी नहीं है।
उन्होने कहा कि यह बजट कृषि के क्षेत्र में विकास हेतु कोई योगदान नहीं करेगा।वित्त मंत्री के विजन ने अत्यधिक निराश किया है, उनकी सोच आज भी एक ब्यूरोक्रेट जैसी है।इस बजट से छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त करने में कोई भी सहायता नहीं मिलेगी। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को महतारी वंदन का लालीपाप भर पकड़ाया गया है उनकी आय बढ़ाने हेतु कोई प्रावधान नहीं है।यह बजट व्यवसायियों तथा उद्योगपतियों के लिए कुछ हद तक लाभदायक हो सकता है।
डा.महंत ने कहा कि राज्य का 44 प्रतिशत भू-भाग वनाच्छादित है। वनोपजों के विदोहन, उनके प्रसंस्करण तथा वनवासियों की आय में वृद्धि करने हेतु इस बजट में कोई प्रावधान नहीं है।स्कूलों और कालेजों की संख्या में वृद्धि तथा भवनों का निर्माण करने के लिए बजट में प्रावधान किये गये हैं परन्तु रिक्त पदों को भरने का वादा नहीं किया गया है।