वृंदावन में वसंत पंचमी पर शाहजी मंदिर का वसंती कमरा खोला गया। विराजमान श्रीजी ने श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। पूरा परिसर जयकारों से गूंज उठा।
तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन में वसंत पंचमी पर शाहजी मंदिर का वसंती कमरा खोला गया। इसमें विराजमान श्रीजी ने श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। यह कमरा वर्ष में दो बार खुलता है। इससे प्रभु के विशेष दर्शन के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ लग गई। भक्तों में राजशाही झाड़ फानूस की रंग बिरंगी झिलमिल रोशनी के बीच ठाकुरजी की एक झलक पाने को होड़ मची रही।
टेड़े-मेड़े खंभों के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध शाहजी मंदिर में प्रभु दर्शन पाने के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में भक्तों ने डेरा डाल दिया। प्रात: दस बजे जैसे ही प्राचीन वसंती कमरा के पट खुले श्रद्धालु प्रभु शाह बिहारी जी के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। जयकारों से पूरा मंदिर गुंजायमान हो उठा।
सेवायत शाह प्रशांत कुमार ने भगवान का वेद मंत्रोंच्चारों के बीच अभिषेक व भव्य शृंगार किया। इस प्राचीन एवं ऐतिहासिक कमरे में ही छप्पन भोग लगाया गया। बड़े-बड़े शोभायमान प्राचीन झाड़ फानूसों के मध्य से निकलता रंग बिरंगा विद्युत प्रकाश प्रभु के प्राचीन कमरे की दैदीप्यमान छटा बिखेर रहा था।
स्थानीय भक्तों के साथ देशभर से आए श्रद्धालुओं ने प्रभु दर्शन का भरपूर आनंद लिया। मंदिर के शाह प्रशांत कुमार ने बताया कि बुधवार सायं छह से देर रात तक एक बार फिर वसंती कमरा में प्रभु शाह बिहारी दर्शन देंगे।
इस बीच भजन संख्या का आयोजन है। उन्होंने बताया कि शाहजी मंदिर में बने वसंती कमरे का विशेष एवं प्राचीन महत्व है। इसमें प्रभु वर्ष भर में दो बार वसंती कमरे में विराजमान हो भक्तों को दर्शन देते हैं।