रायपुर 16 फरवरी।छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के समकक्ष छत्तीसगढ़ में शिक्षा के स्तर को पहुंचाना सरकार का मुख्य लक्ष्य हैं।
श्री अग्रवाल ने आज प्रश्नोत्तरकाल में कांग्रेस के कुंवर सिंह निषाद के छत्तीसगढ़ी में शिक्षा दिए जाने सम्बन्धी प्रश्नो के उत्तर में कहा कि छत्तीसगढ़ी के प्रति भावना अलग चीज है और बच्चों का राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की जरूरतों के मुताबिक शिक्षा देना और उनका भविष्य बनाना अलग चीज है।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ी लिपि भी नही है।
उन्होने कहा कि अभी भी छत्तीसगढ़ी को कक्षा एक से दो और तीन से पांच तक की हिन्दी की किताब में 25 प्रतिशत,छह से आठ तक 30 प्रतिशत तथा नौ एवं 10 तक 15 प्रतिशत पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।उन्होने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ी ही नही सरगुजिया,हल्बी जैसी बोलियो को भी प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष 33 हजार नए शिक्षकों को भर्ती करने जा रही है उसमें हिन्दी में एम.ए करने वाले को विशेष प्राथमिकता देने जा रही है।भाजपा के वरिष्ठ सदस्य अजय चन्द्राकर ने इस दौरान छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के लिए प्रयास करने किए जाने की मांग की।