रायपुर 26जून।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि आपातकाल के बाद लोकतंत्र की स्थापना में मीसा बंदियों का महत्वपूर्ण योगदान है। आपातकाल के दौरान इन लोकतंत्र सेनानियों ने अनेक यातनाएं सही और अनेक बलिदान दिए।
डा.सिंह ने आज यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में लोकतंत्र सेनानी संघ द्वारा आयोजित प्रांतीय परिवार सम्मेलन और सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए इस आशय के विचार प्रकट किए। उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के लोकतंत्र सेनानियों को ताम्र पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा और राज्य सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी। कार्यक्रम में नक्सली घटना में शहीद पुलिस जवानों के परिजनों और आपातकाल के लोकतंत्र सेनानियों को शाल, श्रीफल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी संघ द्वारा प्रकाशित ’नव स्वातंत्र्य स्मारिका’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीसा बंदियों से अधिक उनके परिवार जनों ने यातनाएं सही। मैं मीसा बंदियों और उनके परिवारजनों का अभिनंदन करता हूं।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आपातकाल की घटनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक लड़ाई देश की आजादी के लिए लड़ी गई और आपातकाल के दौरान दूसरी लड़ाई लोकतंत्र की बहाली के लिए लड़ी गई। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सत्यनारायण जटिया ने कहा कि आपातकाल के दौरान देश को खुली जेल बनाकर लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश की गई। नागरिक अधिकारों को स्थगित किया गया। प्रेस पर सेन्सर शिप लगाई गई।
उन्होंने कहा कि आपातकाल की घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजन किया जा रहा है। स्वागत भाषण लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सचिदानंद उपासने ने दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के मीसा बंदियों को लोकतंत्र सेनानी का दर्जा दिया गया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मीसा बंदियों द्वारा आपातकाल के दौरान किए गए संघर्ष पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर गृह मंत्री रामसेवक पैकरा, नगरीय विकास मंत्री अमर अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू, विधायक श्रीचंद सुन्दरानी और बर्नाड जोसेफ रोड्रिक्स, छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि एवं पादप बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, छत्तीसगढ़ वित्त आयोग के अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि और प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए लोकतंत्र सेनानी तथा उनके परिजन उपस्थित थे।