छात्रा रिंग बांध के किनारे स्थित कोचिंग में पढ़ती थी। मंगलवार शाम सात बजे उसे कोचिंग में ही पढ़ने वाले दो लड़कों के साथ बांध के पास देखा गया था। तीनों आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी बीच अचानक छात्रा ने नदी में छलांग लगा दी।
सीतामढी में एक छात्रा लखनदेई नदी में छलांग लगा कर जान दे दी। घटना का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है लेकिन घटना से मिले गुलाब का फूल कई सवाल खड़े कर रहे हैं। घटना सीतामढ़ी शहर के रिंग बांध के पास की है। मंगलवार के देर साम लखनदेई नदी स्थित रामघाट पर एक छात्रा ने नदी में छलांग लगा दी। जब तक लोग बचाने पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इधर, सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ टीम ने घंटों प्रयास के बाद मध्य रात्रि को शव को बाहर निकाल लिया। अभी तक छात्रा की पहचान नहीं हो सकी है।
लोग प्रेम-प्रसंग की आशंका जता रहे
बताया जा रहा है कि मृत छात्रा रिंग बांध के किनारे स्थित कोचिंग में पढ़ती थी। मंगलवार शाम सात बजे उसे कोचिंग में ही पढ़ने वाले दो लड़कों के साथ बांध के पास देखा गया था। तीनों आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी बीच अचानक छात्रा ने नदी में छलांग लगा दी। उसे बचाने के लिए दोनों लड़के भी नदी में गये, लेकिन कुछ ही देर में वहां दोनों भाग निकले। घटनास्थल के पास से गुलाब का फूल व लड़की की जूती मिली है। कुछ लोग प्रेम प्रसंग की आशंका जता रहे हैं। इधर, नदी में कूदने के बाद बड़ी संख्या में लोग व छात्र-छात्राएं नदी किनारे जुट गए
छलांग लगाने से पहले मंदिर भी गई थी छात्रा
वहीं सूचना मिलते ही डीएसपी रामा कृष्णा, नगर थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह व मेहसौल ओपी प्रभारी कुंदन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान स्थानीय गोताखोरों को नदी में जाने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं मानें। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद शव को निकाला जा सका। नदी किनारे स्थित मठ की महिला पुजारी ने पुलिस को बताया कि एक लड़की आयी थी। उसने मंदिर में पूजा की। बहुत देर तक मंदिर परिसर में खड़ी रही। कुछ देर बाद ही नदी में कूदने का हल्ला हुआ तो देखा कि दो लड़के भाग रहे थे। नगर थानाध्यक्ष विनय प्रताप ने बताया की मामले की छानबीन की जा रही है। शव की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। दोनों लड़कों की तलाश की जा रही है। कोचिंग संचालक से भी मामले की जानकारी ली जा रही है।