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उत्तराखंड: चार बार सांसद रहे भड़ाना हरिद्वार से कर सकते हैं भाजपा में वापसी

भड़ाना हरियाणा के फरीदाबाद लोस सीट से 1991, 2004 व 2009 का चुनाव जीते थे। उन्होंने मेरठ लोकसभा सीट से भी चुनाव जीता। वह उत्तर प्रदेश की मीरापुर विधानसभा से विधायक भी रहे। भड़ाना भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

तीन बार फरीदाबाद और एक बार मेरठ सांसद रहे अवतार सिंह भड़ाना की भाजपा में हरिद्वार से वापसी हो सकती है। पार्टी ने उनकी वापसी के लिए हरिद्वार में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया है। इस कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट मौजूद रहेंगे। भड़ाना की हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में वापसी के सियासी मायने टटोले जा रहे हैं।

बता दें कि भड़ाना हरियाणा के फरीदाबाद लोस सीट से 1991, 2004 व 2009 का चुनाव जीते थे। उन्होंने मेरठ लोकसभा सीट से भी चुनाव जीता। वह उत्तर प्रदेश की मीरापुर विधानसभा से विधायक भी रहे। भड़ाना भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने कांग्रेस भी छोड़ दी है।

शनिवार को टिहरी लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम और बैठकों के दौरान भाजपा के हलकों में भड़ाना की वापसी की चर्चाएं खासी गर्म रहीं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी संकेत दिए कि रविवार को पार्टी हरिद्वार लोकसभा सीट की चुनावी तैयारियों को लेकर होने वाले ऐसे ही कार्यक्रम में चौंकाने वाली ज्वाॅइनिंग होगी। हालांकि उन्होंने भड़ाना का नाम नहीं लिया।

भड़ाना की वापसी की चर्चाओं के साथ इसके सियासी मायने भी टटोले जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में यह सवाल तैर रहा है कि आखिर भड़ाना को पार्टी की सदस्यता लेने के लिए हरिद्वार ही क्यों आना पड़ रहा है जबकि उनका सियासी मैदान हरियाणा और यूपी रहा है। राजनीतिक जानकार इसे हरिद्वार लोकसभा सीट के संभावित दावेदारी के रूप में देख रहे हैं।

अभी तक भाजपा ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। इस सीट पर दावेदारी के तौर पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा कुछ अन्य नाम भी तैर रहे हैं। इनमें एक नाम भड़ाना का भी शामिल हो गया है।

हालांकि पार्टी से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि भड़ाना को मंगलौर विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ाया जा सकता है। मंगलौर सीट वर्तमान में खाली है। बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद मंगलौर सीट खाली है और उस पर उपचुनाव होना है।