रायपुर 15मार्च।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को सातवें वेतनमान पर चार प्रतिशत का महंगाई भत्ता देने, सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त की राशि का भुगतान करने की घोषणा की है।
श्री साय ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में यह घोषणा करते हुए कहा कि महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी का लाभ पेंशनरों को भी मिलेगा। महंगाई भत्ते की यह राशि गत एक मार्च से मिलेगी। इसके फलस्वरूप महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की दर सातवें वेतनमान में 42 प्रतिशत से बढ़कर 46 प्रतिशत तथा छठवें वेतनमान में यह 230 प्रतिशत हो जाएगी। इस निर्णय से राज्य के तीन लाख 90 हजार कर्मचारी तथा एक लाख 20 हजार पेंशनर लाभान्वित होंगे। इस निर्णय से राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को प्रतिमाह 68 करोड़ रुपए तथा साल में 816 करोड़ रुपए का लाभ प्राप्त होगा। राज्य के अधिकारी-कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त की राशि का भुगतान भी होगा।
उन्होने इसके साथ ही प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती निहारिका बारिक की अध्यक्षता में एक समिति भी बनाने की घोषणा की जोकि कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में समीक्षा करेगी और इनके निराकरण से संबंधी सुझाव शासन को प्रस्तुत करेगी।इस समिति में अध्यक्ष के अलावा प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, सचिव वित्त सदस्य होंगे और सचिव सामान्य प्रशासन विभाग (शासकीय कर्मचारी कल्याण शाखा) सदस्य सचिव होंगे।
उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत सचिवों को भी राहत देते हुए उनके 55 दिनों की हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। ग्राम पंचायत सचिव पिछले साल 16 मार्च 23 से 9 मई 23 तक कुल 55 दिन हड़ताल पर थे।मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिवों की हड़ताल अवधि को उनके अर्जित अवकाश में समायोजित करते हुए उन्हें 55 दिनों का वेतन भुगतान किया जाएगा। इस निर्णय से राज्य शासन पर 70 करोड़ रुपए का व्यय-भार आएगा।
श्री साय ने कहा कि पत्रकारों एवं मीडियाजगत से जुड़े लोगो के खिलाफ पूर्ववर्ती सरकार में उत्पीड़न की अनेक शिकायतें सामने आईं थीं। इस संबंध में गृह सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाने की घोषणा करते हुए उन्होने बताया कि इस कमेटी में पत्रकारों समेत अन्य सदस्यों को भी नियुक्त किया जाएगा।इस मौके पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा एवं जनसम्पर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव भी मौजूद थे।