स्किन कैंसर बहुत ही खतरनाक कैंसर है जो बढ़ते वक्त के साथ बहुत ज्यादा पेनफुल और गंभीर हो सकता है। हालांकि समय रहते अगर इसकी पहचान कर ली जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है तो आज हम स्किन कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों के बारे में जानने वाले हैं जिन्हें आपको बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए इग्नोर।
स्किन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को देखकर इस समस्या का अंदाजा लगा पाना बहुत ही मुश्किल होता है। क्योंकि ये नॉर्मल ही नजर आते हैं। लापरवाही और जानकारी के अभाव में बढ़ते समय के साथ ये गंभीर होते जाते हैं और अगर आपको लगता है कि स्किन कैंसर का अटैक सिर्फ बाहरी त्वचा पर ही होता है, तो बता दें कि इससे आंख, कान भी प्रभावित हो सकते हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार स्किन कैंसर होने की एक बड़ी वजह सूरज की हानिकारक किरणें हैं। अन्य कारणों में बहुत ज्यादा केमिकल वाले कॉस्टमेटिक्स का इस्तेमाल, प्रदूषण भी शामिल हैं। मेलेनोमा स्किन कैंसर का सबसे भयानक रूप होता है, तो आज हम स्किन कैंसर के लक्षणों के बारे में जानने वाले हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
स्किन कलर में बदलाव
यह सबसे कॉमन लक्षण है, खासकर मेलेनोमा स्किन कैंसर में। मेलेनोमा में गहरे रंग की गांठ स्किन पर नजर आती है। इन गांठों का रंग बदलता रहता है। मतलब कभी ये एक एकदम डार्क नजर आ सकते हैं, तो कभी लाइट। इसके अलावा मेलेनोमा कैंसर में त्वचा के रंग में भी बदलाव देखने को मिलता है।
घाव जल्दी ना भरना
अगर घाव जल्दी नहीं भर रहे, तो इसे भी हल्के में न लें, क्योंकि ये भी स्किन कैंसर का एक संकेत हो सकता है। बासल सेल कार्सिनोमा और स्क्वेमस सेल कार्सिनोमा जैसे स्किन कैंसर बहुत तेजी से फैलते हैं और ध्यान न देने पर थोड़े वक्त में ही गंभीर भी हो सकते हैं, इसलिए घाव नहीं ठीक नहीं होते।
खुजली, दर्द या जलन
बासल सेल कार्सिनोमा, स्क्वेमस सेल कार्सिनोमा और मेलेनोमा जैसे कैंसर में हर वक्त खुजली की समस्या हो सकती है, साथ ही जलन और दर्द भी। ये लक्षण खासतौर से अगर स्किन पर कहीं चकत्ते या घाव हैं, तो वहां ज्यादा होती है।
लाल तिल
मर्केल सेल कार्सिनोमा कैंसर में रेड कलर के मस्से बढ़ने लगते हैं। जो उभरे हुए होते हैं लेकिन किसी तरह की कोई खास परेशानी इनसे नहीं होती। त्वचा के जिन हिस्सों को सीधी धूप पड़ती है वहां इनके होने की संभावना ज्यादा होती है।
स्किन कैंसर से बचाव के उपाय
- लंबे समय तक धूप में न रहें। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे की धूप सबसे ज्यादा खतरनाक होती है, तो इससे बचकर रहें।
- धूप में निकलने से पहले चेहरे और हाथ-पैरों को अच्छे से कवर करके निकलें। यूवी प्रोटेक्शन वाला चश्मा पहनें।
- मौसम कोई भी हो सनस्क्रीन जरूर लगाएं। हर दो से तीन घंटे बाद सनस्क्रीन लगाते रहें।