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उत्तराखंड: बाबा तरसेम सिंह की हत्या के लिए अमरजीत को उकसाने वाला सुल्तान जींद से गिरफ्तार

खटीमा/नानकमत्ता। बाबा तरसेम सिंह की हत्या के लिए शार्प शूटर अमरजीत सिंह को उकसाने वाला सुल्तान सिंह आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। पुलिस ने उसे हरियाणा के जींद जिले से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार रात मामले में एक और आरोपी सतनाम सिंह को लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर लिया था। सुल्तान के खिलाफ यूपी और उत्तराखंड में 11 मुकदमे दर्ज हैं।

शनिवार को नानकमत्ता थाने में एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने पत्रकारों को बताया कि बाबा तरसेम सिंह की हत्या के षड्यंत्र में शामिल शाहजहांपुर (यूपी) निवासी सतनाम सिंह को शुक्रवार रात लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार रात को ही बिलासपुर (यूपी) निवासी सुल्तान सिंह को भी हरियाणा में जींद जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि 20,000 के इनामी बदमाश सुल्तान को गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी की विभिन्न टीमों ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और यूपी में दबिशें दीं लेकिन वह लगातार ठिकाने बदल रहा था।

मैनुअल इनपुट और सर्विलांस की मदद से सुल्तान को पिल्लूखेड़ा थाना क्षेत्र जिला जींद से गिरफ्तार किया गया। एसएसपी ने बताया कि सुल्तान ने तराई क्षेत्र में गुरुद्वारों और सिख समुदाय से जुड़े धर्मस्थलों पर वर्चस्व को लेकर चल रही रंजिश के चलते कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मिलकर बाबा तरसेम सिंह की हत्या के लिए दिलबाग, बलकार, परगट, हरविंदर उर्फ पिंदी व सतनाम को षड्यंत्र में शामिल किया था।

सुनियोजित तरीके से हत्याकांड को अंजाम दिया। शूटरों को पैसा और संसाधन उपलब्ध कराने में भी सुल्तान की भूमिका रही जबकि दूसरे गिरफ्तार आरोपी सतनाम सिंह ने भी दिलबाग, बलकार, परगट और हरविंदर उर्फ पिंदी के साथ मिलकर बाबा तरसेम सिंह की हत्या का षड्यंत्र रचा था।

एसएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों सुल्तान और सतनाम को न्यायालय के समक्ष पेश कर किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। इस मौके पर एसआईटी प्रभारी मनोज कत्याल, सीओ खटीमा विमल रावत आदि थे।

बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड का मुख्य षड्यंत्रकारी है सुल्तान

खटीमा। डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में मुख्य षड्यंत्रकारी बताए जा रहे सुल्तान सिंह की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है। अब तक कड़ी दर कड़ी आगे बढ़ रही पुलिस जांच को सुल्तान की गिरफ्तारी के बाद इस हत्याकांड से जुड़े कुछ प्रभावशाली लोगों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है।

28 मार्च 2024 को नानकमत्ता स्थित डेरा कार सेवा परिसर में घुसकर शार्प शूटर तरनतारन, पंजाब निवासी सर्बजीत सिंह और बिलासपुर, यूपी निवासी अमरजीत सिंह ने गोली मारकर बाबा तरसेम सिंह की हत्या कर दी थी। शार्प शूटर अमरजीत सिंह का पुलिस हरिद्वार में एनकाउंटर कर चुकी है, लेकिन दूसरा शार्प शूटर सर्बजीत अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

हत्याकांड के षड्यंत्र में शामिल सात आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद मुख्य षड्यंत्रकारी बिलासपुर निवासी सुल्तान सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस करीब सात-आठ दिन से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और यूपी में दबिश दे रही थी।

शुक्रवार रात लखीमपुर खीरी में फरार आरोपी सतनाम सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही हरियाणा के जींद जिले से पुलिस टीमों ने सुल्तान सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। सुल्तान की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।

पुलिस के मुताबिक, सुल्तान सिंह ने ही कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मिलकर बाबा तरसेम सिंह की हत्या के लिए बलकार, परगट, दिलबाग, हरविंदर और सतनाम सिंह को षड्यंत्र में शामिल किया था।

सूत्रों के अनुसार, सुल्तान का शार्प शूटर अमरजीत सिंह के साथ करीबी संबंध थे। उसने शार्प शूटरों को पैसा व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने में भी मदद की थी। सुल्तान की गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों के विरुद्ध भी साक्ष्य जुटा रही है।

ठिकाने बदलने से पुलिस से बचता रहा सुल्तान

खटीमा। शातिर सुल्तान की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिशें दे रही थीं, लेकिन वह अपने ठिकाने लगातार बदल रहा था। जिसके चलते सुल्तान को पकड़ने में पुलिस को एक सप्ताह से अधिक समय लग गया।

अब तक नौ आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

खटीमा/नानकमत्ता। मुख्य षड्यंत्रकारी सुल्तान सिंह और सतनाम सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही तरसेम सिंह हत्याकांड मामले में अब तक पुलिस नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि एक हत्यारोपी अमरजीत सिंह का एनकाउंटर हो चुका है। 28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने चार अप्रैल को हत्या के षड्यंत्र में शामिल चार लोगों शाहजहांपुर निवासी दिलबाग सिंह, तिलहर निवासी हरविंदर उर्फ पिंदी, बांधे कंजा करेली, पीलीभीत निवासी बलकार सिंह और बरा अमरिया, पीलीभीत निवासी अमनदीप सिंह को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सात अप्रैल को बाजपुर निवासी जसपाल सिंह भट्टी, सुखदेव सिंह गिल और पीलीभीत निवासी परग सिंह को गिरफ्तार किया।