आईएएस बनने के लिए इतनी पढ़ाई और कानून बनाने वाला सांसद बनने के लिए कोई अनिवार्यता नहीं- यह देश के संविधान की व्यवस्था है। लेकिन, अब इसका मजाक उड़ाने वाला एक वीडियो बिहार में खूब वायरल हो रहा है।
देश में जनप्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता की अनिवार्यता के लिए संविधान में संशोधन की मांग लंबे समय से हो रही है। अब इस बहस को बिहार के एक वायरल वीडियो से गति मिलेगी। एक घरेलू महिला राबड़ी देवी को सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर स्वीकार करने वाले बिहार में अब सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड की एक महिला प्रत्याशी का वीडियो वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में कुछ लोकल यूट्यूबर सीवान की जदयू प्रत्याशी विजयलक्ष्मी देवी से ‘MP’ का फुल फॉर्म पूछ रहे हैं। वह सांसदी का चुनाव लड़ रही हैं और मेंबर ऑफ पार्लियामेंट नहीं बता पा रही हैं। इस वीडियो को उनके प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशियों से जुड़े कार्यकर्ता खूब वायरल कर रहे हैं। विजयलक्ष्मी इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में थीं और जदयू में आते ही इन्हें टिकट दिया गया था। इनके पति रमेश कुशवाहा विधायक रह चुके हैं।
अब जानिए कौन हैं विजयलक्ष्मी कुशवाहा
जीरादेई से पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजयलक्ष्मी कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी छोड़कर जदयू का दामन थाम लिया था। 2015 में वह जदयू की टिकट पर जीरादेई सीट विधयक चुने गए थे। 2020 में उन्होंने जदयू छोड़ दी गई थी। लोकसभ चुनाव के एलान के बाद वह जदयू में शामिल हो गए। इसके बाद उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट दिया गया।
इस बार चर्चा में है सीवान लोकसभा सीट
इस लोकसभा चुनाव में सीवान सीट काफी चर्चा में है। राजद से टिकट नहीं मिलने पर दिवंगत बाहुबली शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं। वहीं राजद प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जदयू ने इस बार कविता सिंह का टिकट काटकर विजयलक्ष्मी देवी को उम्मीदवार बनाया है।