मसूड़ों की बीमारी दांतों की सड़न और मुंह से आने वाली बदबू जैसी समस्याओं से बचे रहना चाहते हैं तो इसके लिए सुबह उठने के बाद ब्रश कर लेना ही काफी हैं बल्कि कुछ और भी चीजे जरूरी हैं जिस ओर हमारा ध्यान ही नहीं जाता या फिर हम इग्नोर करते रहते हैं। ये इग्नोरेंस कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है।
ओरल हाइजीन आपकी डेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। डेंटल हेल्थ पर ध्यान देकर मुंह से आने वाली बदबू, दांतों की सड़न, पीलेपन और इससे होने वाली कई बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है। वहीं इसे नजरअंदाज करना न सिर्फ दांतों और मसूड़ों की सड़न, बल्कि हार्ट डिजीज से लेकर डायबिटीज, डिमेंशिया, अल्जाइमर, बर्थ कॉम्प्लिकेशन और कैंसर तक की वजह बन सकता है। प्लाक, कैविटीज और सांसों की दुर्गंध आपकी हंसी भी छीन सकती है।
ओरल हाइजीन को मेनटेन रखने के तरीके
नियमित रूप से ब्रश करें
हर दिन में दो बार ब्रश करें। सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले। ब्रशिंग के लिए फ्लोराइड टूथपेस्ट और सॉफ्ट टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। इससे मसूड़े और दांतों का इनेमल हेल्दी रहता है। साथ ही दांत पीले भी नहीं होते। कम से कम दो मिनट तक ब्रश करें और कोने-कोने तक की सफाई करें। हर तीन चार महीने में टूथब्रश को बदलते रहना भी जरूरी है।
फ्लॉस करना भी है जरूरी
दांतों के बीच की हर सतह और गैप तक पहुंचने के लिए सिर्फ ब्रश करना ही काफी नहीं है। ब्रश करने के साथ-साथ नियमित रूप से फ्लॉस करना भी जरूरी है। नियमित रूप से फ्लॉस का इस्तेमाल करने से प्लाक और दांतों के बीच फंसा खाना हटाने में मदद मिलती है, जो हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं।
माउथवॉश का इस्तेमाल करें
माउथवॉश भी बैक्टीरिया को खत्म करने में मददगार होते हैं और मुंह की बदबू भी दूर करते हैं। दांतों को मजबूत बनाने और कैविटी से बचाने के लिए एल्कोहल वाला माउथवॉश चुनना चाहिए। ब्रश करने और फ्लॉसिंग के बाद माउथवॉश का इस्तेमाल करें, लेकिन फिर पानी से कुल्ला न करें।
मीठी और एसिडिक चीज़ों से बचें
मीठे और एसिडिक फूड आइटम्स के सेवन से प्लाक और कैविटीज का निर्माण हो सकता है। कैंडी, सोडा और पैकेज्ड फ्रूट जूस जैसी चीजों का सीमित मात्रा में सेवन करें और इन्हें खाने के बाद दांतों को जरूर साफ करें।
हाइड्रेटेड रहें
बॉडी को हाइड्रेट रखकर सिर्फ सेहत संबंधी समस्याओं से ही नहीं बचे रहा जा सकता, बल्कि मुंह की बदबू और ड्राई माउथ से भी दूर रह सकते हैं। डाई माउथ से दांतों से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
धूम्रपान और शराब छोड़ें
धूम्रपान मसूड़ों की बीमारी, माउथ कैंसर और कई दांतों से जुड़ी बीमारियों की मुख्य वजह है। शराब के ज्यादा सेवन से मुंह से बदूब और दांत भी पीले हो सकते हैं।
नियमित तौर पर जांच कराएं
डेंटल हेल्थ को बनाए रखने के लिए नियमित तौर पर डेंटल चेकअप भी जरूरी है। इससे समय रहते समस्या का पता चल जाता है। जरूरी उपचार और केयर की मदद से इसे गंभीर होने से बचाया जा सकता है।