चेन्नई 08अगस्त। डी.एम.के. पार्टी के अध्यक्ष और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि का आज शाम यहां के मरीना बीच में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्हें अन्ना मेमोरिया के पास उनके गुरु तथा डीएमके पार्टी के संस्थापक सी.एन. अन्नादुरई की समाधि के पास पूरे राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया। इस अवसर पर सैन्य टुकडि़यों ने उन्हें सलामी दी।
श्री करूणानिधि ने आजादी के बाद के भारत के लगभग सभी प्रधानमंत्रियों के साथ उन्होंने काम किया। आदर्शों के लिए लड़ते हुए उन्होंने सिद्ध किया कि लोकतंत्र को आपातकाल से चुनौती नहीं दी जा सकती। उगते हुए सूरज के निशान वाले द्रविड नेता आज मरीना बीच पर पंचतत्व में विलीन हो गए। जहां उन्हें विदाई देने के लिए अनगिनत लोग इक्टठा हुए।
श्री करुणनिधि के पुत्र और उनके उत्तराधिकारी एम. के. स्टालिन ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को ढकने वाला राष्ट्रीय ध्वज प्राप्त किया तथा परिवार के सदस्यों ने ताबूत पर फूल चढ़ाए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा, और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई केन्द्रीय मंत्रियों और अनेक राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दिवंगत नेता को पुष्पांजलि अर्पित की।इससे पहले, राजाजी हॉल से शुरू हुई उनकी अंतिम यात्रा मरीना बीच स्थित अन्ना मेमोरियल पहुंची। श्री करुणानिधि के पार्थिव शरीर को एक सैन्य वाहन में रखा गया था। लाखों शोकाकुल लोग उसके पीछे-पीछे चल रहे थे। वे झंडियां लहराकर दिवंगत नेता के सम्मान में नारे लगा रहे थे।