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मध्य प्रदेश: छिंदवाड़ा के अमर शहीद बेटे का पहुंचा पार्थिव शरीर

पुंछ में शहीद हुए छिंदवाड़ा के बेटे विक्की पहाड़े का अंतिम संस्कार सोमवार को गृहग्राम में किया जाएगा। इसी कड़ी में शहीद का पार्थिव शरीर इमलीखेड़ा हवाई पट्टी छिंदवाड़ा पर लाया गया, जहां सीएम मोहन यादव ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

छिंदवाड़ा जिले के एक और वीर सपूत ने शनिवार को देश की सुरक्षा करते – करते अपने प्राणों की आहूति दे दी। नगर के लोनिया करबल निवासी विक्की पहाड़े जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। शहीद विक्की पहाड़े वायु सेवा के कॉर्पोरल पद पर पदस्थ थे। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी कड़ी में शहीद का पार्थिव शरीर आज सुबह नागपुर से सेना के हेलिकॉप्टर के जरिए पार्थिव देह इमलीखेड़ा हवाई पट्टी छिंदवाड़ा पर लाया गया। पार्थिव देह पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देने स्थानीय इमलीखेड़ा हवाई पट्टी पहुंचे। उन्होंने शहीद विक्की पहाड़े की मां से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान के कायराना हमले की निंदा की, उन्होंने शहीद के परिजनों को एक करोड़ रुपये राज्य शासन की ओर से देने की बात कही।

बता दें कि 4 मई शनिवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ में वायु सेवा के काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। तकरीबन आधा घंटा सैनिकों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी होती रही। इस हमले में घायल वायु सेवा के पांच जवानों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उधमपुर आर्मी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। इन घायल पांच जवानों में छिंदवाड़ा के लोनिया करबल निवासी कॉर्पोरल विक्की पहाड़े भी थे। पांचों जवानों का इलाज उधमपुर के आर्मी अस्पताल में चल रहा था, लेकिन देर रात गंभीर हालत में कॉर्पोरल विक्की पहाड़े का निधन हो गया। इस कुर्बानी पर जहां पूरे देश में आंखें नाम हैं।

नकुल और कमलनाथ ने वीर शहीद को दी विनम्र श्रद्धांजलि
देश भक्ति की दिल में अलख जगाकर मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले देश के अमर जवान कॉर्पोरल विक्की पहाड़े को मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। छिंदवाड़ा की माटी के लाल की शहादत पर नमन करते हुए नेताद्वय ने कहा कि पूरे देश को अपने अमर बलिदानी बेटे विक्की पहाड़े के शौर्य व पराक्रम पर गर्व है।

मजदूरी कर पिता ने किया पालन-पोषण
शहीद के पिता आज इस दुनिया में नहीं है। किंतु बताया जाता है कि शहीद के पिता ने मजदूरी कर अपने परिवार और बच्चों का पालन पोषण किया। वहीं पुत्रियों को भी पढ़ने और नौकरी के लिए प्रेरित किया। पिता के जाने के बाद शहीद विक्की ही परिवार का मुखिया था। जिसके द्वारा परिवार को संभाला गया। शहीद की एक बहन भी एसआई है। तो वही एक बहन कृषि विभाग में पदस्थ है।

नवोदय में प्राप्त की हायर सेकेंडरी तक शिक्षा
शहीद विक्की की प्राथमिक शिक्षा नगर में ही हुई। जिसके बाद माध्यमिक से लेकर हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई विक्की ने सिंगोड़ी नवोदय विद्यालय में पूरी की। तो वहीं कक्षा 12वीं की पढ़ाई के बाद ही विक्की देश सेवा के लिए एयरफोर्स में भर्ती हो गए। एक सितंबर 1990 को शहीद विक्की का जन्म हुआ। वर्तमान समय में शहीद विक्की सिर्फ 33 वर्ष के थे। शहीद विक्की वर्ष 2011 बैच के एयरफोर्स अफसर थे।

इमलीखेड़ा से लोनिया करबल तक होगा स्वागत
प्रशासनिक अफसरों की मानें तो शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह करीब 9 बजे इमलीखेड़ा हवाई पट्टी पहुंच जाएगा। जिसके बाद इमलीखेड़ा चौक, चंदनगांव, शिवाजी चौक शहीद स्मारक, कलेक्ट्रेट, अम्बेडकर तिराहा होते हुए राजाभोज परासिया रोड़ से लोनिया करबल पहुंचेगा। वहीं समाजिक संस्थाओं के द्वारा भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने की तैयारियां की गई हैं।

भावुक हुए मुख्यमंत्री
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अमर शहीद विक्की पहाड़े को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि विक्की पहाड़े की शहादत पर उन्हें गर्व है, लेकिन दुख भी है। उन्हें पूरा विश्वास है कि शहीद विक्की पहाड़े दोबारा लौटकर देश की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान के समय में आचार संहिता होने के कारण वह कुछ घोषणा नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन वह पीड़ित परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा देंगे। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा नगर निगम से चर्चा कर कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि वे यहां पर मुख्य सड़क का नाम शहीद के नाम से करवाएं।