राज्य में लोस चुनाव की मतगणना त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में होगी। जिसमें सबसे भीतर सीएपीएफ सुरक्षा और उसके बाद पीएसी की सुरक्षा फिर सबसे बाहरी सुरक्षा घेरा राज्य पुलिस का होगा।
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव मतगणना की तैयारियां तेज हो गई हैं। चार जून को सभी जिलों में मतगणना होगी, जबकि आरओ के स्तर पर जिले के साथ ही पोस्टल बैलेट की भी गणना होगी। चुनाव आयोग ने मतगणना को लेकर बैठक बुलाई है। मतगणना का काम त्रिस्तरीय सुरक्षा में किया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया, मतगणना के लिए मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। अब वह आगे ट्रेनिंग देंगे। बताया, सबसे पहले सर्विस मतदाताओं की मतगणना को लेकर ट्रेनिंग शुरू की गई है। अधिकारियों को मतगणना के दौरान अपनाए जाने वाले सभी उपायों की बारीकियां बताई जा रही हैं।
राज्य में लोस चुनाव की मतगणना त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में होगी। जिसमें सबसे भीतर सीएपीएफ सुरक्षा और उसके बाद पीएसी की सुरक्षा फिर सबसे बाहरी सुरक्षा घेरा राज्य पुलिस का होगा। जिलों ने मतगणना स्थल और तमाम व्यवस्थाओं को लेकर निर्वाचन को अनुमोदन भेज दिया है। बताया, इस त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे के भीतर बिना जांच के प्रवेश नहीं मिलेगा।
काउंटिंग सेंटर पर तैनात सभी कर्मियों और एजेंट की जानकारी सभी राजनीतिक दलों को प्रेषित कर दी जाएगी। 28 मई से ईवीएम वोटों की गणना के लिए नोडल अफसरों की ट्रेनिंग शुरू कर दी जाएगी। 30 जून से जिलों के अधिकारियों की ट्रेनिंग होगी। इसके अलावा दो जून को चुनाव आब्जर्वर उत्तराखंड पहुंचेंगे। राज्य में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव हुआ था, जिसमें 55 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हुआ था।