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मुरादाबाद: महिला के साथ अश्लील फोटो खींच गिरोह करता था ब्लैकमेल

पुलिस ने बंधक बनाकर रंगदारी मांगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जांच में पता चला कि गिरोह में शामिल महिला ने पीड़ित के साथ अश्लील फोटो खींचकर रुपये भी मांगे। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।

मझोला क्षेत्र के एक गिरोह ने मूंढापांडे क्षेत्र के रहने वाले इस्लाम अली का अपहरण कर लिया। गिरोह ने इस्लाम का एक महिला के साथ अश्लील फोटो खींचकर पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने की कोशिश की लेकिन पुलिस की टीम ने गिरोह के सरगना और महिला सहित चार सदस्यों को धर दबोचा। साथ ही अपहृत इस्लाम को मुक्त कराया।

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे अमीर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। पुलिस गिरोह में शामिल महिला सहित दो लोगों को तलाश कर रही है। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया और सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने पुलिस लाइन में बताया कि इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया है।

25 मई को मूंढापांडे थाना क्षेत्र के खरकपुर जगतपुर गांव के अहसान अली ने मझोला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप था कि 24 मई को उसके भाई इस्लाम अली को दो बाइक सवार अज्ञात व्यक्ति अपहरण कर ले गए थे। उन्होंने इस्लाम को बंधक बना लिया है। इस मामले की मझोला पुलिस की टीम ने बारीकी से छानबीन की।

प्रभारी निरीक्षक कमलेश कांत वर्मा और चौकी प्रभारी टीपी नगर सुशील चौधरी के नेतृत्व में टीम ने पूरे गिरोह के बारे में जानकारी इकट्ठा की। रविवार को पुलिस की टीम ने मझोला क्षेत्र के आजाद नगर से गिरोह के सरगना हरथला नया गांव निवासी आसिम उर्फ सोनू, ग्यासुद्दीन निवासी महलकपुर माफी, अब्दुल रहीम निवासी हासमपुर चौराहा, साजिया पत्नी स्व, मुजम्मिल निवासी आजाद नगर को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया कि साजिया के पहले पति की मौत हो चुकी है। वह आजादनगर में अंसार हुसैन के साथ रहती है। अंसार भी इस गिरोह का सदस्य है। वह और सरगना की बहन सानिया पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। चारों आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने इस्लाम अली को मुक्त कराया।

गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनका गिरोह अमीर लोगों को अपना शिकार बनाता है। उन्हें किसी बहाने घर बुलाकर बंधक बनाया जाता है। सानिया के साथ अश्लील फोटो खींची जाती है। इसके बाद उससे रंगदारी की मांग की जाती है।

सूचना मिली थी कि इस्लाम अली ने प्लाॅट बेचकर पैसा कमाया है। वह झाड़ फूंक का काम करता है। इस्लाम को महिला का इलाज कराने का झांसा देकर आजादनगर में अंसार के घर बंधक बनाया गया था। उसके साथ अश्लील फोटो खींचकर परिवार से पांच लाख की रंगदारी मांगी जा रही थी।

पुलिस ने आरोपियों के पास से दो तमंचे और दो कारतूस, एक चाकू, मोबाइल फोन, बाइक और एक स्कूटी बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। इसके बाद अदालत के आदेश पर चारों को जेल भेजा दिया। इस मामले में पुलिस आजाद नगर निवासी अंसार और हरथला नया गांव निवासी सानिया को गिरफ्तार करने के लिए छापा मार रही है।

गिरोह के अन्य सदस्य भी पुलिस के रडार पर
पुलिस अधिकारियों के समक्ष आरोपियों ने अपहरण और फिरौती के संबंध में काफी जानकारियां दी हैं। पुलिस के रडार पर अभी कई अन्य लोग हैं। गिरोह के सरगना ने कबूल किया कि ग्यासुद्दीन और अब्दुल रहीम टायर पंक्चर लगाने का काम करते हैं।

आसिम उर्फ सोनू और सानिया ने कम दिनों में अधिक कमाई का सपना दिखाकर गिरोह को खड़ा किया था। ग्यासुद्दीन की मोटर साइकिल से इस्लाम अली को उसके घर से बुलाकर लाया गया था। अंसार और साजिया के घर पर बंधक बनाकर अमीर लोगों को रखा जाता था।

सानिया बेहद शातिर है। पिछले सप्ताह वह सिविल लाइंस पुलिस से किसी मामले को लेकर भिंड़ गई थी। पुलिस ने उसका शांतिभंग में चालान भी किया था। सीओ सिविल लाइंस ने बताया कि गिरोह के बारे में और छानबीन कराई जाएगी। आसिम के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं। अन्य आरोपियों का आपराधिक इतिहास पुलिस खंगाल रही है।