तिरूवंतपुरम 19अगस्त।केरल के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में हजारों लोग जान बचाने के संघर्ष से जुझ रहे हैं।
राज्य में पिछले 10 दिनों में मरने वालों की संख्या 195 से अधिक पार कर गई है। अलपुज़ा, त्रिस्सूर और एर्नाकुलम जिलों के विभिन्न स्थानों में लोग बिना खाये-पीये अपने घरों में फंसे हुए हैं।सरकारी आंकड़ों के अनुसार इडुक्की जिले में सबसे अधिक 43 लोगों की मृत्यु हो चुकी की। पूरे राज्य में छह लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवानों सहित सैंकड़ों मछुआरे और स्थानीय लोग राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। बचाव और राहत कार्यों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान सबसे अधिक योगदान कर रहे हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-एन.डी.आर.एफ. बाढ़ प्रभावित केरल में राहत और बचाव का अब तक का सबसे बड़ा अभियान संचालित कर रहा है। राज्य में इस काम के लिए 58 टीमें तैनात की गई हैं।
एन.डी.आर.एफ. के महानिदेशक संजय कुमार ने बताया कि 2006 में एन.डी.आर.एफ. के गठन के बाद से किसी राज्य में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में टीमें तैनात की गई हैं।उन्होने बताया कि एनडीआरएफ की 58 टीम्स हैं, जो अभी राज्य के 8 जिलों में तैनात हैं। अभी तक इन टीम्स ने करीब साढ़े 300 लोगों को बचाया है और 15 हजार के करीब लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
श्री कुमार ने बताया कि इन टीम्स के पास लोगों के बचाव से संबंधित सुरक्षा के वह इक्युपमेंट्स है, जो लोगों की मदद कर रहे है। उसी के साथ ही और भी जो इक्युपमेंट्स इनको चाहिए, हमने राज्य सरकार के पदाधिकारियों को, जो हमारे सम्पर्क में है, उनको ये आश्वासन दिया है जो भी सहायता है उपलब्ध करवाएंगे।
इस बीच राज्य की अधिकतर नदियों का जलस्तर घटने लगा है। पेरियार नदी का जलस्तर पांच फीट नीचे घट गया है। अनेक क्षेत्रों से बाढ़ का पानी घटने लगा है। रेल विभाग ने तिरूअनंतपुरम और एर्नाकुलम के बीच यात्री सेवा बहाल कर दी है। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
मौसम विभाग ने भी राहत भरी खबर देते हुए बताया है कि अगले दो तीन दिन में वर्षा की तेजी में कमी होगी।विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि कल से राज्य में तेज वर्षा न होने की संभावना है। इस महीने की नौ तारीख से अब पहली बार केरल से रेड अलर्ट उठा लिया गया है। अलापुजा, पट्टनमटिट्टा और एर्नाकुलम में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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