गौतम अदाणी 111 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ अब दुनिया के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वहीं अंबानी 109 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 12वें स्थान पर हैं। अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को 14% की तेजी आई। इससे गौतम अदाणी को बड़ा फायदा हुआ और वह दोबारा से एशिया के सबसे अमीर शख्सबन गए हैं।
अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी (Gautam Adani) की अदाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ समय से काफी तेज उछाल आया है और अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले वाले स्तर पर पहुंच गए हैं। इससे निवेशकों के साथ गौतम अदाणी को भी काफी फायदा हुआ और वह दोबारा से एशिया के सबसे अमीर शख्स (Gautam Adani richest person in Asia) बन गए हैं। उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के मालिक मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा है।
दुनिया के 11वें सबसे अमीर अदाणी
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index report) के अनुसार, गौतम अदाणी 111 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ अब दुनिया के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वहीं, अंबानी 109 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 12वें स्थान पर हैं। अदाणी समूह की सभी कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार (31 मई) को 14 प्रतिशत तक की तेजी आई। अमेरिकी ब्रोकरेज जेफरीज का रुख अदाणी ग्रुप पर काफी बुलिश है, जिसने अगले दशक में 90 अरब डॉलर के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है।
जेफरीज के रुख से निवेशकों का मनोबल बढ़ा और उन्होंने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में जमकर खरीदारी की। इससे अदाणी समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 84,064 करोड़ रुपये बढ़कर 17.51 लाख करोड़ रुपये हो गया। इससे पहली पीढ़ी के उद्यमी और अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी को मुकेश अंबानी से आगे निकलने में मदद मिली। अंबानी फिलाहल अपने सबसे छोटे बेटे अनंत की दूसरी प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन के लिए यूरोप में एक क्रूज पर हैं।
दूसरी बार अदाणी के सिर सजा ताज
यह दूसरी दफा है, जब 61 साल के गौतम अदाणी एशिया के सबसे अमीर आदमी बने हैं। इससे पहले यह ताज उनके सिर पर 2022 में में सजा था। लेकिन जनवरी 2023 में उनके 21 अरब डॉलर के विशाल साम्राज्य को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की नकारात्मक रिपोर्ट से झटका लगा। हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि अदाणी ग्रुप ने अपना साम्राज्य धोखाधड़ी के माध्यम से बनाया है।
अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। लेकिन, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से निवेशकों का भरोसा हिल गया और उन्होंने अदाणी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली शुरू कर दी। ग्रुप की कई लिस्टेड कंपनियों में लगातार लोअर सर्किट लगे। इसका असर गौतम अदाणी की दौलत पर भी पड़ा और उनके सिर से एशिया के सबसे रईस शख्स का ताज छिटक गया।
हिंडनबर्ग के झटके से कैसे उबरे अदाणी?
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने जो नुकसान पहुंचाया था, उससे उबरने के लिए अदाणी ग्रुप ने ठोस रणीति बनाई। इसमें कर्ज को कम करना, फाउंडर के गिरवी रखे शेयरों को कम करना और अपने मुख्य व्यवसाय को मजबूत करना शामिल था। इस रणनीति ने बखूबी काम किया, क्योंकि अदाणी ग्रुप ने 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में रिकॉर्ड कमाई की है।
गौतम अदाणी 2022 में भी रिलायंस के मुकेश अंबानी को ही पीछे छोड़कर एशिया के सबसे अमीर शख्स बने थे। जब उनकी दौलत घटी, तो मुकेश अंबानी फिर से एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए। लेकिन, गौतम अदाणी एक बार फिर अमीरी के मामले में मुकेश अंबानी से आगे निकल गए हैं। वह इस साल की शुरुआत में भी कुछ समय के लिए एशिया के सबसे अमीर शख्स बने थे। लेकिन, इस बार उन्होंने अपनी पोजिशन को और पुख्ता किया है।
क्या करता है गौतम अदाणी का ग्रुप?
अदाणी ग्रुप भारत के कई हवाई अड्डों, देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बंदरगाह, मीडिया दिग्गज नई दिल्ली टेलीविजन, सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा फर्म, डेटा सेंटर और कई अन्य होल्डिंग्स का मालिक है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, 2024 में अब तक अदाणी की कुल संपत्ति 26.8 अरब डॉलर बढ़ी है। वहीं, अंबानी की संपत्ति में 12.7 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है।
पिछले हफ्ते गौतम अदाणी ने ग्रुप कंपनियों की एनुअल रिपोर्ट में कहा था, “आगे की राह असाधारण संभावनाओं से भरी हुई है। अदाणी समूह आज पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि अभी इसके सबसे अच्छे दिन आने वाले हैं।’