Thursday , November 14 2024
Home / MainSlide / कांग्रेस ने बलौदा बाजार की घटना के खिलाफ प्रदेश भर में किया धरना प्रदर्शन

कांग्रेस ने बलौदा बाजार की घटना के खिलाफ प्रदेश भर में किया धरना प्रदर्शन

रायपुर 18 जून।छत्तीसगढ़ में कांग्रेस द्वारा बलौदाबाजार की हिंसक घटनाओ एवं कलेक्टर पुलिस अधीक्षक कार्यालय को जलाये जाने के विरोध में तथा पवित्र जैतखंभ के तोड़फोड़ की हाईकोर्ट के जज से न्यायिक जांच की मांग को लेकर आज सभी जिलों में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।     

   राजधानी रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बस्तर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज तथा नेताप्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत कोरिया जिले धरने में शामिल हुये।बस्तर में धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकारों और छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार के ऊपर कई गंभीर सवाल खड़े किये दीपक बैज ने कहा जहां भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है आज वह प्रदेश जल रहा है फिर हम बात करें मणिपुर की या फिर हरियाणा की और बात करें। दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों में इन राज्यों में आग फैलाने आग लगाने का ही कार्य किया है।

   उन्होने आरोप लगाया कि लगातार विष्णु देव साय सरकार बलौदा बाजार में अपनी विफलता को छुपाने के लिए निर्दोष सतनामी समाज के लोगों को प्रताड़ित कर रही है। केवल सफेद रंग के कपड़े देखकर, सतनामी समाज का व्यक्ति देखकर निर्दोष लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाल रही है परंतु इस पूरी घटना में मुख्य आरोपी आज भी सरकार की पकड़ से दूर है। आज कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश की भाजपा सरकार से बलोदा बाजार घटना की सीबीआई जांच की मांग करती है और निर्दोष लोगों को जो पुलिस ने पकड़ के रखा है उन्हें छोड़ने की मांग करती है।

  रायपुर में धरने को संबोधित करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब से राज्य में भाजपा की सरकार बनी है प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब हो गयी। भाजपा सरकार के राज्य में अपराधी बेलगाम हो गये है। नागरिकां और समाज का हौसला बनाये रखना और कोई घटना हो उससे पहले सख्ती से कार्यवाही करना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन भाजपा सरकार सभी पैमानों और बिंदु में असफल हुयी है। इसलिये भाजपा को सरकार में बने रहने का अधिकार नही है। यह साय सरकार छत्तीसगढ़ को संभाल नही पा रही है। बलौदाबाजार प्रकरण में बेकसूर लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। लेकिन आयोजनकर्ता, टेंट लगाने वाले, भोजन व्यवस्था वालों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है? वो पुलिस के नाक के नीचे बैठे है।

    उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर बात करते तो कोई रास्ता निकल जाता और जो जानकारी है उसको साझा करते। भाजपा में मंत्रियों के बीच गुटबाजी चल रहा है। एक दूसरे के बीच शीत युद्ध चल रहा है। यह सरकार की नाकामी है जो बलौदा बाजार में इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंचने वाले हैं यह जानकारी भी नहीं एकत्रित कर पाई। यह आईबी, एलआईबी तथा गोपनीय सूचना तंत्र की नाकामी है जो समय पर भीड़ को काबू नहीं कर पाई। सतनामी समाज के प्रदर्शन में कहीं ना कहीं भाजपा के द्वारा असामाजिक तत्वों को घुसाया गया और इन्हीं असामाजिक तत्वों के द्वारा आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जाँच हो। धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमीशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माइक के लिए रुपयों की व्यवस्था किसने किया? इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले भीम आर्मी के लोगो की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे? सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखा था?

   कोरिया में धरने को संबोधित करते हुये नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना भाजपा राज में प्रदेश के माथे पर कलंक का टिका है। बलौदाबाजार हिंसा की घटना भाजपा विष्णुदेव साय सरकार की लापरवाही, नाकामी, लचर कानून व्यवस्था के कारण हुई है। सरकार को समाज के मांग अनुसार घटना की जांच कराया जाना चाहिए था, भाजपा सरकार अगर समय पर आवश्यक कदम उठाये होते तो ये घटना नहीं होती। जांच के नाम पर दोषी भाजपाइयों को बचाया जा रहा है, बलौदा बाजार की जनता भयभीत है, बेगुनाहो के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे।