रायपुर 25 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने आज यहां डॉ. भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय के सभागार में मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मधुमेह पीड़ित बच्चों को निःशुल्क इंसुलिन, ग्लूकोमीटर, ग्लूकोस्ट्रीप सहित आवश्यक सामग्रियों का किट वितरित किया।योजना के प्रथम चरण में दो हजार बच्चों को यह किट वितरित कर योजना का शुभारंभ किया गया।
डा.सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना छत्तीसगढ़ के मधुमेह पीड़ित बच्चों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इस योजना की शुरूआत मेरे लिए खुशी का बड़ा अवसर है। आज मेरा एक बड़ा सपना साकार हो रहा है। मधुमेह पीड़ित बच्चों के परिवार और बच्चों में एक ओर तो इस बीमारी के कारण तनाव रहता है तो दूसरी ओर दवाओं पर होने वाले खर्च का बोझ। इस योजना से ऐसे परिवारों को राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 0 से 14 वर्ष तक के बच्चों का इस योजना के लिए टोल फ्री टेलीफोन नम्बर 104 पर पंजीयन कराया जा सकता है, 21 वर्ष तक की आयु ऐसे बच्चों को इस योजना में निःशुल्क इंसुलिन प्रदान किया जाएगा।डॉ.सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना और मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के बाद आज मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना की शुरूआत करते हुए मुझे सबसे ज्यादा संतोष हो रहा है।उन्होंने कहा कि इन योजनाओं की शुरूआत से मुझे यह लग रहा है कि मेरा मुख्यमंत्री बनने का उद्देश्य पूरा हो रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अम्बेडकर चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज के लिए लगभग 30 करोड़ रूपये की लागत की विभिन्न सुविधाओं का लोकार्पण भी किया।स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना की पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने मधुमेह बच्चों को संबोधित करते हुये कहा कि मधुमेह से डरने की जरूरत नहीं है। यदि सही इलाज लिया जाए तो स्वस्थ्य जीवन व्यतीत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों में आत्मविश्वास होना चाहिए।