नई दिल्ली 16सितम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्रं मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पखवाड़े भर के स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ किया।
दो अक्टूबर गांधी जयंती तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य साफ-सफाई के काम में लोगों का सहयोग जुटाना और स्वच्छता अभियान को और सशक्त बनाना है ताकि बापू के स्वच्छं भारत के स्वप्नों को पूरा किया जा सके।
श्री मोदी ने कहा कि..आज मैं सवा सौ करोड़ देशवासी ‘स्वच्छता ही सेवा’ के संकल्प को फिर से एक बार दोहराने जा रहे हैं। आज से लेकर दो अक्टूबर यानी पूज्य बापू की जयंती तक देशभर में हम सभी नई ऊर्जा के साथ, नए जोश के साथ अपने देश को, अपने भारत को स्वच्छ बनाने के लिए श्रमदान करेंगे, अपना योगदान देंगे..।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों, स्कूली बच्चों, दुग्ध और कृषि सहकारी समितियों, सद्गुरू जग्गीे वासुदेव, श्री श्री रविशंकर, माता अमृतानंदमयी, पटनासाहेब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह, अजमेर दरगाह के ज़रार चिश्ती, अभिनेता अमिताभ बच्चन, उद्योगपति रतन टाटा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वच्छाग्रहियों तथा लोगों से बातचीत की।
श्री मोदी ने कहा कि स्वच्छता को आदत बनाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चार वर्ष पहले शुरू किया गया स्वच्छता आंदोलन अब चरम पर है।उन्होंने कहा..क्या कोई यह सोच सकता था कि भारत में चार वर्षों में करीब 9 करोड़ शौचालयों का निर्माण हो। लगभग साढ़े चार लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे। चार सौ पचास से ज्यादा जिले 20 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे। ये भारत भारतवासियों की, आप सब स्वच्छाग्रहियों की ताकत हैं।