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कीटनाशक के छिड़काव के बाद भी फसल खराब होने पर किसान ने की आत्महत्या

( प्रतीकात्मक फोटो)

रायपुर 05 अक्टूबर।देश में कई हिस्सों में चल रहे किसान आन्दोलन के बीच मुख्यमंत्री के गृह जिले दुर्ग में एक किसान ने कीटनाशक के तीन बार छिड़काव के बाद भी फसल खराब होने पर आत्महत्या कर ली।

पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले के ग्राम मतरोडीह (मचांदूर) के युवा किसान दुर्गेश निषाद ने तीन बार कीटनाशक के छिड़काव के बाद भी फसल खराब होने से दुखी होकर खेत में स्थित पेड़ पर फांसी लगाकर कल आत्महत्या कर ली।उसने मौत को गले लगाने से पहले लिखे सुसाइट नोट में लिखा कि तीन बार दवा के छिड़काव के बाद भी फसल के कीटमुक्त नही होने पर वह खुदकशी कर रहा है।

इस घटना के मीडिया में प्रमुखता से आने के बाद  गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू आज मृत कृषक के गांव पहुंचकर शोकाकुल परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया।उन्होने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए मृत कृषक के पिता और भाई को हर संभव सहायता देने की बात कही। उन्होंने मृतक के परिवार को चार लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा भी की।

गृह मंत्री श्री साहू को मृत किसान के पिता ने बताया कि कीटनाशक दवा के छिड़काव के बाद भी फसल खराब होने पर उनका पुत्र दुर्गेश काफी दुखी और परेशान था।दुर्गेश को उनके पिता ने स्वयं परेशान नहीं होने की समझाईश दी थी और कहा था कि इस नुकसान की हम सब परिवारजन भरपाई कर लेंगे, लेकिन उसने यह दुखद कदम उठा लिया।

ज्ञातव्य हैं कि राज्य में निम्न स्तरीय गुणवत्ता के बीज.खाद एवं कीटनाशक के बिकने की खबरें और उससे किसानों के नुकसान की खबरें लगातार आती रहती है,पर उस पर किसी कार्रवाई की खबर नही है।सामाजिक कार्यकर्ता उचित शर्मा के अनुसार उनके द्वारा बीज.खाद एवं कीटनाशक के बिकने की शिकायतों पर कृषि विभाग के 31 जिला प्रमुख जांच में दोषी पाए गए है,पर इनके खिलाफ अभी तक शासन स्तर पर कोई कार्रवाई नही हुई है।