
रायपुर, 05 सितम्बर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आरोप लगाया कि पिछले 20 दिनों से अधिक समय से एनएचएम और मितानिन कार्यकर्ता हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगें मानने के बजाय उन पर बर्बर कार्रवाई कर रही है। लाठीचार्ज, गिरफ्तारी की धमकी और 25 से अधिक कर्मचारियों की बर्खास्तगी लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है।
श्री बैज ने आज यहां जारी बयान में कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने एनएचएम कर्मचारियों और मितानिनों के नियमितीकरण का वादा किया था, लेकिन अब वही सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि “मोदी की गारंटी के नाम पर जनता और कर्मचारियों को गुमराह किया गया। यह सरकार की तानाशाही है” ।
कांग्रेस अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी दमनकारी नीति बंद नहीं की और मांगें पूरी नहीं कीं तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब एक लाख स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर हैं, जिससे टीकाकरण, प्रसूता देखभाल, डिलीवरी और सामान्य बीमारियों का इलाज प्रभावित हुआ है। आम जनता स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में परेशान है, लेकिन सरकार न जनता की चिंता कर रही है, न ही कर्मचारियों की।
हड़ताली कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, नौकरी की गारंटी, 10 लाख का कैशलेस बीमा, नियमितीकरण, स्थानांतरण सुविधा, अनुकंपा नियुक्ति, ग्रेड पे निर्धारण और महिला कर्मियों के लिए विशेष अवकाश शामिल हैं। बैज ने कहा कि यह उनके जायज अधिकार हैं, जिनसे सरकार पीछे क्यों हट रही है?