
रायपुर, 13 सितंबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्य सरकार पर बिजली दरों में वृद्धि और बिजली हाफ योजना बंद करने को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रति यूनिट 20 पैसे की बढ़ोतरी ने आम जनता, किसानों और उद्योगों सभी पर भारी आर्थिक बोझ डाल दिया है।
महंत ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ जैसे कोयला और पानी से समृद्ध राज्य में बिजली महंगी करना उचित नहीं है। “हम अपनी ज़रूरतें पूरी करने के साथ ही अन्य राज्यों को भी संसाधन उपलब्ध कराते हैं, फिर भी दरें बढ़ाना जनता के साथ अन्याय है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि प्रदेश में 15 लाख से अधिक एकल बत्ती कनेक्शन, लगभग 6 लाख कृषि पंप कनेक्शन और 63 लाख से ज्यादा घरेलू कनेक्शन हैं, जो इस वृद्धि से सीधे प्रभावित हुए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा बिजली हाफ योजना खत्म किए जाने से जनता पर दोहरी मार पड़ी है। “एक तरफ दरें बढ़ा दी गईं, दूसरी तरफ रियायतें छीन ली गईं। इससे किसानों और आम उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं।”
महंत ने चेतावनी दी कि बिजली की महंगाई से छोटे व्यवसायों की लागत कई गुना बढ़ गई है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है। वहीं, कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ में किसान सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर हैं। महंगी बिजली से उनकी उत्पादन लागत बढ़ रही है और कई किसान फसलों की सिंचाई तक नहीं कर पा रहे हैं।