
नवी मुंबई 08 अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया। लगभग 19 हजार 650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस हवाई अड्डे का वाणिज्यिक संचालन दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीद है।
मुंबई इसके साथ ही लंदन, न्यूयॉर्क और टोक्यो जैसे उन वैश्विक शहरों की श्रेणी में शामिल हो गया है, जिनके पास एक से अधिक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। औपचारिक उद्घाटन से पहले, प्रधानमंत्री ने नई सुविधा का अवलोकन किया। उन्होंने दिव्यांग बच्चों से भी बातचीत की। इन बच्चों ने फूलों और राष्ट्रीय ध्वज से प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
श्री मोदी ने इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नया हवाई अड्डा विकसित भारत के दृष्टिकोण को दर्शाता है।नवी मुम्बई इंटर नेशनल एयर पोर्टर ऐसा प्रोजेक्ट है जिसमें विकसित भारत की झलक है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती पर बना है और इसका आकार कमल के फूल जैसा है। यानी यह संस्कृति और समृद्धि का जीवंत प्रतीक है। इस नए एयर पोर्ट के महाराष्ट्र के किसान यूरोप और मिडलइस्ट के सुपर मार्केट से भी जुड जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस दशक के अंत तक भारत को वैश्विक विमानन रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल केंद्र बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यह उड़ान योजना के तहत हासिल किया गया है, जिसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों के लोगों के लिए हवाई यात्रा को किफ़ायती और सुलभ बनाना है। हमारी हवाई सेवा और इससे जुड़ी इंडस्ट्री इसका बहुत बड़ा प्रमाण है।
श्री मोदी ने कहा कि आपको याद होगा 2014 में जब देश ने मुझे अवसर दिया तो मैने कहा कि मेरा सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई सफ़र कर सके। बीते 11 साल में देश में एक के बाद एक एयरपोर्टर बनते चले गए। आज भारत में एयरपोर्ट की संख्या 160 को पार कर गई है।