बलरामपुर रामानुजगंज नगर के वार्ड क्रमांक 7 स्थित तरल, ठोस एवं अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र में पिछले 8 वर्षों से महिलाओं के स्वयं सहायता समूह द्वारा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर लाया जा रहा कचरा खाद बनाने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। इसके साथ ही सूखे कचरे का रीसाइकलिंग कर पर्यावरण हितैषी कार्य भी किया जा रहा है।
इसी केंद्र में कार्यरत प्रगति वन महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पिछले 5 वर्षों से दीपावली के अवसर पर मिट्टी एवं गोबर से बनाए गए रंग-बिरंगे दीयों का निर्माण भी कर रही हैं, जो क्षेत्रवासियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। इस वर्ष दीपावली से पूर्व समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए दीयों की भारी मांग रही।
समूह की सचिव सरस्वती ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि दीयों का निर्माण गोबर और मिट्टी से किया जाता है, फिर उन्हें सुंदर रंगों से पेंट किया जाता है। प्रत्येक दिया ₹3 में बेचा जाता है। इस वर्ष समूह द्वारा कुल 7000 दीयों की बिक्री की गई, जिससे महिलाओं को आर्थिक लाभ भी हुआ और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम भी सिद्ध हुआ। नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने महिला समूह के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि महिलाएं न केवल स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर जाकर कचरा संग्रहण कर रही हैं, बल्कि खाली समय का सदुपयोग कर स्वरोजगार को बढ़ावा भी दे रही हैं। दिया निर्माण जैसी गतिविधियों से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं और समाज को स्वच्छता व सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का कार्य कर रही हैं। इस प्रकार, रामानुजगंज की यह पहल महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण का उत्तम उदाहरण बन रही है।