रायपुर, 28 सितंबर।ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ एवं एलेट्स के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय 13 वीं स्कूल लीडरशिप समिट आज यहां संपन्न हो गई।
इस समिट का उद्घाटन ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के कुलपति डॉ. आर.डी. पाटीदार ने विशिष्ट अतिथियों शिव अनंत तायल (आईएएस), कमिश्नर, रायपुर नगर निगम, डॉ. बी. के. स्थापक, पूर्व-चांसलर, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़, डॉ. संजीव पी. साहनी, प्रिंसिपल डायरेक्टर, जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज, जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सोनीपत, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के नामी स्कूलों के प्रिंसिपल की उपस्थिति में किया।
डिजिटल लर्निंग मैगज़ीन के राष्ट्रीय प्रबंधक चंदन आनंद ने अतिथियों का स्वागत किया और प्रतिभागियों को समिट के विषय और उद्देश्यों के बारे में बताया। डॉ. आर. डी. पाटीदार ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महान स्कूलों में महान शिक्षक होंगे जो शिक्षण से प्यार करते हैं और महान विज़न के साथ अध्यापन कार्य करते हैं। हमारा विज़न एक सुंदर स्कूल बनाने के लिए होनी चाहिए, जहाँ खुश युवा जो पेशेवर रूप से कुशल एवं नैतिक रूप से ईमानदार हैं, बनाये जा सके। एक महान स्कूल ज्ञान और मूल्य प्रणाली के साथ छात्रों को बदल देगा।
डॉ. बी. के. स्थापक ने कहा कि यह विचार करना महत्वपूर्ण है कि शिक्षा के अंत में छात्र अपने साथ क्या ले जा रहे हैं। उन्हें ज्ञान और मूल्यों को लेकर चलना चाहिए। ज्ञान और मूल्यों का संयोजन ही प्रबुद्ध नागरिकों को उत्पन्न कर सकता है।
नगर निगम आयुक्त श्री तायल ने मौजूदा स्कूलों के वर्तमान परिदृश्य, बच्चों पर प्रौद्योगिकियों के प्रभाव और स्कूल के नेताओं की भूमिकाओं के बारे में बात की। डॉ. संजीव साहनी ने 21 वीं सदी की शैक्षिक चुनौतियों और स्थायी भविष्य के लिए उनका सामना करने के तरीके पर चर्चा की। अतिथियों द्वारा डिजिटल लर्निंग पत्रिका को भी लॉन्च किया गया।
समिट के दूसरे सत्र के दौरान टोर्निस एन्थम और फरदोस स्कूल आफ म्यूजिक द्वारा इंडस्ट्री प्रेसेंटेशन्स दिए गए। ड्राफ्ट नई शिक्षा नीति : भारत की स्कूल शिक्षा प्रणाली के लिए एक नई और आगे की दृष्टि बनाने के लिए आवश्यक प्रमुख सुधार विषय पर एक पैनल डिस्कशन हुआ। डॉ. संजीव पी. साहनी ने तनाव प्रबंधन और प्रदर्शन बढ़ाने पर एक कार्यशाला का आयोजन किया, जिसका सभी प्रतिभागियों और प्रतिनिधियों ने आनंद लिया और सराहना की।