रायपुर 27 दिसम्बर।वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासियों और सभी वर्गों को जोड़कर ही देश की तरक्की का रास्ता निकलेगा।
श्री गांधी ने आज यहां साइंस कालेज मैदान में तीन दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ करते हुए यह विचार व्यक्त किए।समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की। इस महोत्सव में 25 राज्यों, 3 केन्द्रशासित राज्यों और बांग्लादेश, युगांड़ा, मालदीप, बेलारूस, थाईलैण्ड तथा श्रीलंका के लगभग 18 सौ लोक कलाकार शामिल हुए हैं।
श्री गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी, किसान, माताओं और बहनों सबको साथ लेकर ही अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा रहे हैं। यह महोत्सव भी सबको जोड़ने की भावना का परिणाम है। जब तक आदिवसियों, दलितों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं और समाज के सभी वर्गों को नही जोड़ेंगे तब तक देश की अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं ला सकते। कोई भी व्यवस्था इन वर्गो से ही चलती हैं। भाई से भाई को लड़ाकर देश का भला नहीं हो सकता। सबको जोड़कर ही देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। यहीं इस महोत्सव का भी मकसद है।
श्री गांधी ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आदिवासी समुदाय की बेहतरी के लिए राज्य सरकार ने उनकी जमीन वापस की है, तेन्दूपत्ते की पारिश्रमिक दर भी बढ़ाई है। कुपोषण को दूर करने के लिए सुपोषण अभियान और मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना चलाई जा रही है। इसके सुखद परिणाम मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हिंसा में कमी आयी है क्योंकि सरकार लोगों की आवाज सुन रही है। यहां की विधानसभाओं में भी सभी की आवाज सुनाई दे रही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि हम आदिवासियों की कला संस्कृति, परम्परा और धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। अनेकता में एकता हमारी पहचान है और ताकत भी।हमने किसानों का विश्वास जीता, आदिवासियों की लोहण्डीगुड़ा में उनकी जमीन वापस की। बस्तर अंचल में सुपोषण अभियान की शुरूआत की। उनके स्वास्थ्य के लिए हाट बाजार में क्लिनिक योजना की शुरूआत की। आज हमारी सरकार के कार्यों से छत्तीसगढ़ में सर्वत्र शांति व्याप्त है।
श्री बघेल ने इस मौके पर दंतेवाड़ा जिले में गरीबी रेखा का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से कम करने का संकल्प लिया। वर्तमान में दंतेवाड़ा जिले में 60 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं जबकि राष्ट्रीय औसत 22 प्रतिशत है।