रायपुर 31 दिसम्बर।बिलासपुर जिले को बांटकर गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ का 28वां जिला 10 फरवरी को आस्तित्व में आ जायेंगा।
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को जिला बनाने के संबंध में अधिसूचना का प्रकाशन छत्तीसगढ़ राजपत्र में 30 दिसम्बर को कर दिया गया है। नवीन जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही आगामी 10 फरवरी से अस्तित्व में आयेगा। बिलासपुर जिले की पेण्ड्रारोड, मरवाही एवं पेण्ड्रा तहसील को मिलाकर नवीन जिला का सृजन किया गया है। नवीन जिले की उत्तरी सीमा में, कोरिया जिले के तहसील मनेन्द्रगढ़, दक्षिण सीमा में बिलासपुर जिले की कोटा तहसील और मुंगेली जिले की लोरमी तहसील, पूर्वी सीमा में कोरबा जिले की कटघोरा तहसील और पश्चिम सीमा में मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले की सोहागपुर एवं पुष्पराजगढ़ तहसील निर्धारित है।
पेण्ड्रा-मरवाही को जिला बनाने की मांग कई दशक से होती रही है।मध्यप्रदेश के समय बने जिला पुनर्गठन आयोग ने भी इसे जिला बनाने की संस्तुति की थी,पर जिला नही बन पाया।राज्य गठन के समय इस क्षेत्र के ही निवासी श्री अजीत जोगी पहले मुख्यमंत्री बने पर उन्होने राज्य गठन के समय़ आर्थिक संकट के चलते उऩ्होने जिला नही बनाया।नौ वर्ष पहले पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने नौ नए जिले बनाए पर इसे जिला नही बनाया।पिछले 15 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे जिला बनाने घोषणा की थी।