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केन्द्र को धमकी देने की बजाय बातचीत से ही निकल सकता हैं रास्ता – रमन

रायपुर 17 फरवरी।भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा हैं कि केन्द्र के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उनकी सरकार के टकराव की बयानबाजियों की बजाय बातचीत से ही धान समेत तमाम मुद्दों का रास्ता निकल सकता हैं।

डा.सिंह ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि धान समेत जो भी मुद्दे हैं उसे लेकर मुख्यमंत्री को केन्द्रीय खाद्य मंत्री से व्यापक चर्चा करनी चाहिए और छत्तीसगढ़ के हालात एवं परिस्थितियों के बारे में बताना चाहिए.और विचार विमर्श कर रास्ता निकालना चाहिए।केवल धमकी देने से कोई रास्ता नही निकल सकता है।

उन्होने आगामी वित्त वर्ष के बजट में एक्साइज डियूटी कम करने से छत्तीसगढ़ को एक हजार करोड़ के नुकसान एवं इस बारे में मुख्यमंत्री के वित्त मंत्री के लिखे पत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा कि केन्द्र किसी एक राज्य को लेकर नीति नही बनाता बल्कि उसकी नीतियां पूरे देश के लिए होती है।इस बारे में भी राज्य को अपना पक्ष रखना होगा।

डा.सिंह ने कहा कि कोविड के चलते पिछले वर्ष नवम्बर तक कम जीएसटी वसूल हुई लेकिन दिसम्बर से जीएसटी वसूली में इजाफा हो रहा है,जिससे राज्यों का हिस्सा भी बढ़ेगा।उन्होने कहा कि राज्यों को वसूले गए कर में हिस्सेदारी का एक तय फार्मूला है।पहले राजस्व संग्रह में राज्यों को केन्द्र 32 से 34 प्रतिशत हिस्सा देता था जबकि केन्द्र में मोदी जी की सरकार बनने के बाद इसे बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया गया है।