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नक्सली पहले संविधान पर जताए विश्वास,तब होंगी बातचीत – भूपेश

प्रतापपुर 07 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि नक्सलियों के संविधान पर विश्वास व्यक्त करने पर ही उनके साथ बातचीत संभव हैं।

राज्यव्यापी भेंट मुलाकात दौरे पर निकले श्री बघेल ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में एक नक्सल नेता के दिए बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि.. देश के संविधान पर विश्वास व्यक्त करने पर ही नक्सलियों के साथ किसी भी मंच पर सरकार बातचीत करने को तैयार हैं..।उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राज्य सरकार की योजनाओं में आदिवासियों का दिल जीता है।अब वहां सड़के बनाने और कैम्प खोलने की मांग लोग कर रहे हैं। राज्य सरकार की नीति से अब नक्सली एक छोटे से क्षेत्र में सिमट के रह गए हैं।

उन्होने इस दौरान पिछले तीन दिनों में सरगुजा संभाग की तीन विधानसभा क्षेत्रों सीतापुर, रामानुजगंज, प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्रों के भ्रमण की जानकारी दी। उन्होने प्रतापपुर में एग्रीकल्चर कॉलेज और अपर कलेक्टर लिंक कोर्ट प्रारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिले में अच्छी सड़कों का निर्माण होगा।उन्होने स्थानीय पत्रकारो की मांग पर प्रतापपुर में पत्रकार भवन के लिए 10 लाख रूपए की स्वीकृति की घोषणा की।

श्री बघेल ने इससे पूर्व यहां जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि अधिकारी मुस्तैदी से काम करें और जनता के प्रति जवाबदार बनें। काम में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उन्होने कहा कि इस इलाके में पानी की कमी की स्थिति है, भूजल स्तर में कमी को दूर करने विशेष ध्यान दे, नरवा के काम तेज़ी से पूरे करें। उन्होंने कहा कि रायपुर शहर के बाद सूरजपुर पहला जिला है, जहां 800 फ़ीट में पानी नहीं।वाटर रिचार्जिंग में ध्यान दें, बिना झिझक के अच्छा काम करें।

उन्होने कहा कि वन भूमि में जिन लोगों का 13 दिसंबर 05 के पहले से कब्जा है उन सभी को फारेस्ट लेंड पट्टा मिल जाये। भ्रमण के दौरान राजस्व विभाग की शिकायतें मिली, उनका निराकरण करें। पटवारी की शिकायते ज्यादा हैं। उन्होने कहा कि आवर्ती चराई के लिए पहाड़ी, बस्ती से दूर गौठान बन रहे है, इस पर अधिकारी ध्यान दें। गांवों के नजदीक गौठान बनाए। गौठान योजना में गड़बड़ी या लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।