नई दिल्ली/भोपाल/लखनऊ 02 अप्रैल। उच्चतम न्यायालय द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत तुरंत गिरफ्तारी पर रोक सहित कई दिशानिर्देशों के खिलाफ इन वर्गों के खी संगठनों द्वारा आज बुलाए गए भारत बंद में की राज्यों में हिंसा की घटनाएं हुई है।अब तक पांच लोगो की मौत की खबर मिली है।
खबरों के मुताबिक चार लोगो की मौत मध्यप्रदेश में तथा एक की उत्तरप्रदेश में हुई है।बंद के कारण रेल यातायात पर भी कई जगहों पर खासा प्रभाव पड़ा है।कई स्थानों पर प्रशासन ने स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए इंटरनेट पर रोक लगा दी है।
पंजाब में दलित संगठनों के विरोध का सबसे अधिक असर पंजाब में देखने को मिला।राज्य के सभी शिक्षण संस्थान, सार्वजनिक परिवहन को आज बंद रखा गया है।राज्य में आज होने वाले सीबीएसई के बोर्ड के पेपर रद्द कर दिए हैं।हिंसा की घटनाएं पंजाब, राजस्थान, झारखंड, उत्तर-प्रदेश और मध्यप्रदेश तक पहुंच चुकी हैं।
खबरों के मुताबिक बंद के दौरान मेरठ में गोली लगने से एक आंदोलनकारी की मौत हो गई जबकि मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 19 लोग घायल जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है।मंगलवार शाम छह बजे तक इंटरनेट सेवा को रोक दिया गया है।राज्य के मुरैना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।ग्वालियर में हिंसा के बाद चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।मुरैना में भी कर्फ्यू लगाया गया है।