जगदलपुर के मेकाज में थोरैकोस्कोपी की जांच शुरू हो गई है। इससे अब छाती में भरे पानी की जांच आसान हो जाएगी। रायपुर के बाद अब मेकाज में जांच होगी। बस्तर संभाग सहित अन्य राज्यों को इसका लाभ मिलेगा।
मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में थोरैकोस्कोपी मशीन की जांच शुरू की गई है। इस जांच से न सिर्फ बस्तर संभाग बल्कि आसपास के राज्यों से आने वाले मरीजों को भी इसका लाभ मिलेगा। इस जांच को कराने के लिए मरीजों को पहले रायपुर, विशाखापत्तनम या फिर हैदराबाद जाना पड़ता था, लेकिन अब यही इलाज मेकाज में निशुल्क उपलब्ध हो सकेगा।
थोरैकोस्कोपी मशीन के बारे में जानकारी देते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अमर दीप टोप्पो ने जानकारी देते हुए बताया कि मेकाज के डीन डॉक्टर यूएस पैकरा के साथ ही अधीक्षक डॉक्टर अनुरूप साहू को धन्यवाद देते हुए बताया कि थोरैकोस्कोपी का उपयोग इमेजिंग परीक्षण (जैसे छाती का एक्स-रे या सीटी स्कैन) पर देखे गए असामान्य क्षेत्र को देखने के लिए किया जा सकता है।
इसका उपयोग लिम्फ नोड्स, असामान्य फेफड़े के ऊतकों, छाती की दीवार, या फेफड़े की परत (फुस्फुस) के बायोप्सी नमूने लेने के लिए भी किया जा सकता है। इसका उपयोग आमतौर पर मेसोथेलियोमा और फेफड़ों के कैंसर वाले लोगों के लिए किया जाता है, इस मशीन का उपयोग मेकाज में शुरू किया गया है। बस्तर संभाग में मेडिकल कॉलेज में इसकी शुरुआत हो चुकी है। इससे पहले मरीजों को रायपुर, विशाखापत्तनम के साथ ही हैदराबाद जाना पड़ता था।
कैसे होता है इलाज
थोरैकोस्कोपी मशीन का उपयोग मरीजों के छाती में भरे पानी को दूरबीन के माध्यम से देखने के साथ ही छाती में भरे मवाद के साथ ही हवा को भी इस मशीन के माध्यम से देखा जा सकता है।
किन्हें मिलेगा लाभ
इस मशीन के शुरू होने से बस्तर संभाग के जितने भी निचले तबके ले मरीजों के साथ ही ओड़िसा, तेलंगाना , कोरापुट के अलावा आसपास के मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। यह इलाज जहां बाहर 20 से 25 हजार रुपये में होगा, यह बस्तर में निशुल्क होगा।
कौन कौन करेंगे इलाज
मरीजों का उपचार करने में डॉक्टर अमरदीप टोप्पो, डॉक्टर गरिमा धुव, डॉक्टर जितेंद्र नागरची, डॉक्टर मनोज चंद्रा, डॉक्टर आयुष ताम्रकर, डॉक्टर विनीता के अलावा स्टाफ नर्स मनीषा जुबले आदि कर सकते हैं।
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