गुवाहाटी 28 जुलाई।असम सरकार ने देश में पहली बार एक अनूठी योजना-प्रणाम शुरू करने का निर्णय लिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसके अन्तर्गत ऐसे सरकारी कर्मचारियों के मासिक वेतन से 10 से 15 प्रतिशत की राशि काट ली जायेगी जो अपने माता-पिता या दिव्यांग भाई-बहन की ठीक से देखभाल नहीं करते हैं। इस योजना को इस वर्ष 02 अक्टूबर से लागू कर दिया जाएगा।
प्रणाम योजना का उद्देश्य कर्मचारियों द्वारा अपने आश्रित माता-पिता और दिव्यांग भाई-बहनों की देखभाल को सुनिश्चित करना है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके कुल वेतन का 10 प्रतिशत माता-पिता के खाते में जमा करा दिया जायेगा और अगर माता पिता के साथ उनके दिव्यांग बच्चे भी हैं तो यह राशि 15 प्रतिशत हो जायेगी।
राज्य सरकार इस योजना को सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों और निगमों में भी लागू करने पर विचार कर सकती है। प्रणाम योजना के तहत दावों और शिकायतों के निपटारे का काम एक अपीलीय प्राधिकारी करेगा।