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अपराधियों को सरकारी संरक्षण से कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर – महंत

रायपुर 18 सितम्बर।छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत बदतर होने का आरोप लगाया है।

    डा.महंत ने आज यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार से कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। गृह विभाग संभालने वाले उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के गृह जिले कबीरधाम की हालात यह है कि वहां खुले आम खून की होली खेली जा रही है। अपराधियों को संरक्षण के चलते पुलिस पर भारी दबाव है, तथा आम लोगों में दहशत का माहौल है।

  आज ही रेंगाखार थाने में गिरफ्तार 27 साल के युवा प्रशांत साहू की मौत, थाने में अत्यधिक मारपीट एवं प्रताड़ना के वजह से हुई है, इस घटना में रेंगाखार थानेदार एवं शामिल अन्य सिपाहियों पर हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार एवं तत्काल निलंबित किया जाए।

   डा. महंत ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही अपराधियों के हौसले बुलंद हो गये है। सरकार के संरक्षण के चलते प्रदेश भर में जघन्य अपराध हो रहे हैं। कबीरधाम जिले के लोहारीडीह में हुई वारदात छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था की स्थिति की कहानी कह रही है। रेंगाखार क्षेत्र के ग्राम लोहारीडीह के युवक शिवप्रसाद साहू की संदिग्ध मौत से ग्रामवासियों में जो आक्रोश पनपा उसके लिए कबीरधाम जिले का पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। होनहार युवक शिवप्रसाद साहू के परिवार को भाजपा से जुड़े लोग परेशान कर रहे थे लेकिन पुलिस ने कोई भी कार्यवाही नहीं की। कबीरधाम जिला पुलिस प्रशासन प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा से पूछे बगैर साधारण मामले में एफआईआर तक नहीं करता है।

    उन्होने कहा कि ग्राम लोहारीडीह के युवक शिवप्रसाद साहू जो कि साहू समाज के मंडल अध्यक्ष थे की लाश जंगल में झाड़ में लटकते मिलना प्रथम दृष्टया हत्या का मामला होना स्पष्ट होता है। यह जंगल म.प्र. के बालाघाट जिले में है। कबीरधाम जिला पुलिस शिवप्रसाद साहू की मौत को आत्महत्या बताने में लगी है। चूंकि शिवप्रसाद साहू की फरियाद पर पुलिस ध्यान ही नहीं दे रही थी इसलिए उनकी मौत से ग्रामवासियों में छाया दुख आक्रोश बनकर फूट पड़ा। कबीरधाम पुलिस ने शिवप्रसाद साहू की मौत की सूचना पर भी ध्यान नहीं दिया। तथा फांसी पर लटकती मिली लाश का घटना स्थल म.प्र. बताकर अपने आंख पूरी तरह से मूंद लिए। यदि तत्काल पुलिस हरकत में आती तो वहां हालत बेकाबू होने की नौबत नहीं आती। बेकाबू हालत में ही उप सरपंच रघुनाथ साहू की हत्या हो गई। बड़ी ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि पुलिस को खुद की आंख से कुछ नहीं दिख रहा है बल्कि वो गृहमंत्री विजय शर्मा की आंख से ही देख रही है तथा गृहमंत्री भाजपा का चश्मा चढ़ाकर दलगत घटिया राजनीति से उबर नहीं पा रहे हैं। इस धारा में अब तक कर्वधा जिले के रेंगाखार थाने में 5 अलग-अलग FIR में 175 नामजद एवं अन्य के नाम पर रिर्पोट दर्ज है। जिसमें कुल 90 गिरफ्तारियां की गयी है जिसमें 40 महिलाएं है। पुलिस व गृहमंत्री के इसी दृष्टिकोण ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत को खराब कर दिया है।

   डॉ. महंत ने कहा कि वारदात में जो लोग शामिल हैं उन पर जरुर कार्यवाही होनी चाहिए। लेकिन निर्दोष ग्रामीणों पर अलग-अलग भारतीय न्याय संहिता की धारा लगायी गयी है।